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Delhi Capitals के कप्तान Rishabh Pant के खिलाफ BCCI ले सकता है कठोर कार्रवाई, आखिर क्यों देखें रिपोर्ट

Rishabh Pant IPL Delhi Capitals

आईपीएल 2022 के एक मैच में पहली बार हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। जहां थर्ड अंपायर का अड़ियल रवैया दिखा तो जवाब में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभपंत में धैर्य की कमी और अनुशासनहीनता देखने को मिली। इस हाईवोल्टेज ड्रामे से भद्र पुरुषों के खेल को एक बार फिर ठेस लगी है। हालांकि, ऋषभपंत ने अपनी गलती मान ली। लेकिन उन्हें सजा मिलनी तय है। इसी तरह थर्ड अंपायर के रवैये पर भी आईपीएल कमिश्नर को फैसला करना है। क्यों कि अगर डिफेंडिंग टीम थर्ड अंपायर इन्टफियरेंस मांग रही है तो आखिरी ओवर में उन्हें ऐसा कर लेना चाहिए था। वैसे भी क्रिकेट विशेषज्ञों ने कहा कि आखिरी ओवर में मैकॉय की तीसरी गेंद कैमरा पर नो बॉल शो हो रही थी। ऋषभ पंत भी यही कहते हुए थर्ड अंपयार के डिसीजन की मांग कर रहे थे। बार-बार रिक्वेस्ट करने पर भी जब थर्ड अंपायर टस से मस न हुए तो ऋषभ पंत ने अपने बैट्समैन को वापस बुलाने का फैसला किया। हालांकि बाद में उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया।

राजस्थान रॉयल्सके खिलाफ आखिरी ओवर में हुए हाई टेंपर ड्रामे में  अंपायर से उलझने, खिलाड़ियों को वापस बुलाने और मैदान पर कोच प्रवीण अमारेको भेजने को लेकर दिल्ली कैपिटल्सके कप्तान ऋषभ पंतने अपनी गलती मान ली, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार के लिए अंपायर को कहीं अधिक जिम्मेदार माना। राजस्थान के खिलाफ मिली 15रनों की हार के बाद बाद उन्होंने कहा कि अगर यहां तीसरी गेंद नो बॉल होती तो मैच का रिजल्ट कुछ और होता।

इस मैच काआखिरी ओवर कर रहे ओबे मैकॉय की तीसरी गेंद को अंपायर द्वारा ‘नो-बॉल’ करार नहीं करने पर पंत अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुलाने लगे। कोच प्रवीण आमरे इशारे से ‘नो-बॉल’ चेक करने को कह रहे थे, इससे कुछ देर तक मैच रूक गया। पंत ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा- मुझे लगता है कि वे पूरे खेल में अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन अंत में पॉवेल ने हमें मौका दिया। मुझे लगा कि नो बॉल हमारे लिए कीमती हो सकती है, लेकिन यह मेरे नियंत्रण में नहीं है। हां, निराश हूं लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि तीसरे अंपायर को दखल देना चाहिए था। पंत ने कहा- हर कोई निराश था। मैदान में सभी ने देखा। मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था और कहना चाहिए कि यह नो-बॉल है। उन्होंने कोच प्रवीण आमरे को मैदान पर भेजने को लेकर अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने कहा, 'जाहिर तौर पर यह सही नहीं था, लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी सही नहीं है। यह हीट ऑफ द मोमेंट में हुआ। यह दोनों पक्षों की गलती थी और यह निराशाजनक है, क्योंकि हमने टूर्नामेंट में कुछ अच्छी अंपायरिंग देखी है।'

 

हार को लेकर उन्होंने कहा, 'इतने करीब जाकर हार जाना निराशाजनक है। खासकर जब दूसरी टीम ने 200+ का स्कोर बनाया हो। मुझे लगता है कि हम और बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे। मैं लोगों से कह सकता हूं कि अपना हौसला ऊपर रखें और अगले मैच की तैयारी करें।' पंत भी जानते हैं कि उनकी इस हरकत के लिए बोर्ड अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है। थर्ड अंपायर को लेकर अगर शिकायत दर्ज होती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।