भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त साउथ अफ्रीका दौरे पर है, जहां पर टीम इंडिया 26 दिसंबर से पहला टेस्ट मैच खेलेगी। ये बॉक्सिंग डे टेस्ट होगा, जो कोरोना महामारी के चलते खाली स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय टीम के लिए ये दौरान अहम है क्योंकि, इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने अबतक एक भी मैच साउथ अफ्रीका से नहीं जीता है। हालांकि, इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट टीम काफी मजबूत नजर आ रही है और टीम इंडिया के गेंदबाज साउथ अफ्रीका के लिए खतरे की घंटी हैं।
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विराट कोहली के शब्दों में कहे तो टेस्ट में बल्लेबाज से ज्यादा गेंदबाज की भूमिका अहम होती है। साउथ अफ्रीका के मौजूदा दौरे पर भारत अपने पेस और स्पिन के शानदार अटैक के साथ गया है। टीम इंडिया के गेंदबाजी में दम है, और ये बीते तीन सालों में खूब देखने को मिला है और अब टीम इंडिया अपनी ताकत साउथ अफ्रीका में दिखाएगी।
टीम इंडिया ने टेस्ट में साल 2018 से अब तक 687 विकेट चटकाए हैं। विकेटों की होड़ में बस इंग्लैंड के गेंदबाज ही इस दौरान भारतीय गेंदबाजों से आगे रहे हैं। यानी, विराट एंड कंपनी के गेंदबाज बीते 3 सालों में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट चटकाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। 2018 से अब तक टीम इंडिया के गेंदबाजों की औसत 23.42 रहा, जो दुनिया की किसी भी टीम के गेंदबाजों के मुकाबले अच्छा है। हालांकि, इस मामले में साउथ अफ्रीका दूसरे नंबर पर है।
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टीम इंडिया के गेंदबाजों का स्ट्राइक रेट की बात करें तो साल 2018 से अब तक 49.3 का रहा है। और ये वर्ल्ड क्रिकेट की इकलौती टीम है जिसके गेंदबाजों का स्ट्राइक रेट इस दौरान 50 से कम का रहा है। इसके साथ ही 2018 से अब तक 2.84 की इकॉनमी से रन लुटाए हैं। बेहतर इकॉनमी के मामले में वो इस दौरान बस न्यूजीलैंड के गेंदबाजों से पीछे रहे हैं। इसके साथ ही विकेट की बात करें तो, टीम इंडिया के गेंदबाजों ने टेस्ट में साल 2018 से अबतक 28 बार 5 विकेट लेने में सफल रहे। इस मामले में ये वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे आगे है। ऐसे में कहा जा सकता है कि साउथ अफ्रीका में इस बार टीम इंडिया टेस्ट में हार का सिलसिला खत्म करते हुए जीत कर देश लौटेगी।