ईडन गार्डन्स स्टेडियम मेंपूरन और पॉवेल के छक्केदार बल्लेबाजी और इंडियन प्लेयर्स के कैच ड्रॉप्स से लगने लगा था कि कैच ही नहीं मैच भी ड्रॉप हो रहा है, लेकिन भुवनेश्वर और अक्षर दोनों ने ही आखिरी दो ओवर न केवल एक विकेट लिया बल्कि पोलार्ड के पिच पर रहते हुए मैच और सीरीज दोनों अपनी झोली में खींच लिया। आखिरी ओवर की तीसरी बॉल पर जब पोलार्ड ने सिक्सर लगाए तो एक बार फिर मैच हाथ से फिसलने की आशँका बन गई थी।
लेकिन अगली गेंदों पर अक्षर पटेल का जादू चला और टीम इंडिया ने मैच के साथ सीरीज पर भी कब्जा कर लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 186 रन बनाए थे। इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 178 रन बना सकी। वेस्टइंडीज की ओर से निकोलस पूरन ने 62 और पॉवेल ने 68 रन बनाए। भारत की ओर से चहल, भुवनेश्वर और रवि को एक-एक विकेट मिला।
वेस्टइंडीज को आखिरी ओवर में जीत के लिए 24 रन बनाने थे, लेकिन विंडीज टीम सिर्फ 16 रन ही बना सकी और उसे 8 रन से हार का सामना करना पड़ा है। इस जीत के साथ भारत ने टी20 सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।
मेहमान टीम वेस्ट इंडीज ने टॉस जीत कर फील्डिंग चुनी और अच्छी गेंदबाजी करते हुए कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशान दोनों भारतीय सलामी बल्लेबाजों को 59 रन के अंदर निपटा दिया, हालांकि विराट और पंत के अर्धशतकों से भारत 20 ओवर में पांच विकेट पर 186 रन का विशाल स्कोर बनाने में कामयाब रहा।
विराट ने बीच के ओवरों में पारी को आगे बढ़ाया और सात चौकों और एक छक्के के सहारे 41 गेंदों पर 52 रन की अर्धशतक शतकीय पारी खेली, जबकि पंत ने वेंकटेश के साथ वस्फिोटक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए टीम को शानदार फिनिश दिया। पंत ने जहां सात चौकों और एक छक्के की मदद से महज 28 गेंदों पर 52 रन बनाए, वहीं वेंकटेश ने चार चौकों और एक छक्के की बदौलत मात्र 18 गेंदों में 33 रन की तूफानी पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों के बीच पांचवें विकेट के लिए 76 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई।
वेस्ट इंडीज की ओर से गेंदबाजी सामान्य रही। केवल रोस्टन चेज सफल रहे, जन्हिोंने चार ओवर में 25 रन पर सर्वाधिक तीन विकेट लिए। उनके अलावा शेल्डन कॉट्रेल और रोमारियो शेफर्ड ने एक-एक विकेट हासिल किया। वनडे सीरीज में सफल रहे अनुभवी ऑलराउंडर जेसन होल्डर की आज काफी पिटाई हुई। उन्होंने चार ओवर में 45 रन लुटाए।