टी20 वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने सात विकेट पर 110 रन बनाए। जवाब में कीवी टीम ने 33 गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। इस हार से भारत के सेमीफाइनल में जाने की राह लगभग बंद हो गई है। यहां से कोई चमत्कार ही भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा सकता है। भारत की बल्लेबाजी इस मैच में पूरी तरह से फ्लॉप दिखाई दी। हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा को छोड़कर कोई भी भारती स्टार 20 का आंकड़ा नहीं छू सका। टीम इंडिया ने जो दूसरी मैच में बदवाल किया है उसे लेकर भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर काफी गुस्से में हैं।
दरअसल, टीम इंडिया के चयन को लेकर पहले ही मैच से सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले मैच में मिली हार के बाद उम्मीद थी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में टीम इंडिया अपनी गलतियों में सुधार करेगी लेकिन विराट कोहली ने कीवी टीम के खिलाफ जो फैसले लिए उसने सभी को हैरान कर दिया। टीम में जो बदलाव किए गए थे उसमें रोहित शर्मा को ओपनिंग के लिए न भेजकर इशान किशन को केएल राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए भेजा गया। टीम इंडिया के इसी फैसले से गावस्कर खासा नराजा हैं।
अपने एक बयान के दौरान गावस्कर ने कहा है कि किशन जैसे युवा खिलाड़ी को सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिए थी। इसके आगे उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं पता कि ये डर फेल होने का था या कुछ और लेकिन उन्होंने बल्लेबाजी में जो बदलाव किए वो काम नहीं किए। रोहित शर्मा महान बल्लेबाज हैं और उन्हें नंबर-3 पर भेजा गया। कोहली खुद नंबर-4 पर आए, किशन जैसे युवा खिलाड़ी को ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई।
गावस्कर ने कहा है कि किशन को नंबर चार या पांच पर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। इशान किशन हिट या मिस वाले खिलाड़ी हैं। अगर उनकी तरह का बल्लेबाज नंबर-4 या पांच पर आता तो बेहतर होता। वह तब स्थिति के हिसाब से खेल सकते थे। अब क्या हुआ कि रोहित शर्मा को कहा गया कि हम आप पर विश्वास नहीं करते कि आप बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेट बोल्ट को खेल पाएंगे। अगर आप इस तरह की बात उस खिलाड़ी से कहेंगे जो लंबे समय से उस नंबर पर खेल रहा है तो वो खुद सोचेगा कि उसकी काबिलियय में कमी है। अगर किशन ने 70 कुछ रन बनाए होते तो हम उनकी तारीफ कर रहे होते लेकिन जब रणनीति काम नहीं करती तो आपको आलोचना झेलनी पड़ती है।