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इन दिग्गज भारतीय क्रिकेटरों को हमेशा रहेगा कप्तान नहीं बनने का मलाल!

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज क्रिकेटर

भारत में कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर हुए जिन्होंने बड़े-बड़ों के छक्के छुड़ाए,जिनके बल्ले मैदान पर मानों कहर बरपाते थे,बावजूद वो कभी भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व नहीं कर पाए। हम आपको बताएंगे ऐसे महान क्रिकेटर के बारे में जिनकी भूमिका भारत की जीत में काफी अहम रही है,लेकिन उन्हें आज भी मलाला है कि वो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान नहीं बन पाए।

भारतीय क्रिकेट टीम ने 1932 में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला। तब से लेकर अब तक भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हुए। इन नौ दशकों के इतिहास में 300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भारत के लिए टेस्ट मैच खेले।

वनडे क्रिकेटरों की संख्या तक़रीबन 250 है,वहीं, टी20 में 100 से ज्यादा खिलाड़ी भारत के लिए खेल चुके हैं। लेकिन टीम को नेतृत्व करने का मौका कम ही खिलाड़ियों को मिला। कई बार मैदान में कमाल का क्रिकेट खेलने वाले को भी कप्तानी मिल जाती है,तो कई बार ऐसे खिलाड़ी भी कप्तानी से वंचित रह जाते हैं।

​वीवीएस लक्ष्मण​

भारतीय क्रिकेट टीम में वीवीएस लक्ष्मण का नाम बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार है, उन्होंने कई मौकों पर टीम को मुश्किल समय से निकाला है। बात 2001 की करते हैं, जब भारत कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट खेल रहा था। उस दौर में ऑस्ट्रेलिया दुनिया की सबसे मजबूत टीम थी, उससे सीरिज में एक मौच भी जीतना उपलब्धि मानी जाती थी। उस हालात में कोलकाता टेस्ट में लक्ष्मण का शानदार मैच आज भी क्रिकेट प्रेमी भूल नहीं पाए हैं। लेकिन फिर भी वीवीएस भारत के कप्तान नहीं बन पाए।

हरभजन सिंह​

भारतीय क्रिकेट इतिहास के दूसरे सबसे सफल गेंदबाजों में हरभजन सिंह का नाम शुमार है। उनके नाम 707 विकेट हैं। 1998 में डेब्यू करने वाले भज्जी 2016 तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। लेकिन वो कभी भारत के कप्तान नहीं बन सके।

युवराज सिंह

यूवी का वो 6 बॉल में 6 छक्का भला कौन भूल सकता है। भारत के लिए सबसे ज्यादा 399 मैच खेलने के बाद भी कप्तानी नहीं मिलने का रिकॉर्ड युवराज के नाम है। हालांकि युवराज काफी समय तक टीम इंडिया के उपकप्तान रहे। वनडे वर्ल्ड कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। लेकिन एक भी मैच में भारत की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला।

​रविचंद्रन अश्विन​

​आर अश्विन टेस्ट में भारत का दूसरा सबसे सफल गेंदबाज होने के बाद भी आज तक कप्तान नहीं बन पाए।

​जहीर खान​

भारतीय क्रिकेट टीम के सधे और बेहतरीन गेंदबाजों में जहीर खान का नाम आता है।  15 साल के अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल 303 मैच जहीर खान खेले। जहीर के नाम 597 विकेट हैं। बावजूद वो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बनने से वंचित रह गए।

हालांकि ऐसे कई खिलाड़ी हैं,जो भारतीय क्रिकेट इतिहास मं अपने बेहतरीन योगदान के लिए आज भी याद किए जाते हैं। कई ऐसे भी हैं,जिनकी पारी छोटी रही लेकिन काफी प्रभावशाली ,और कई ऐसे हैं जिनका न सिर्फ बल्ला बोला,बल्कि उनकी सधी हुई गेंदबाजी ने भी मैदान पर कमाल दिखाया ,लेकिन अफसोस वो भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी नहीं कर पाए।