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मेक्सिको और ब्राज़ील: हताश Afghan Refugees की नयी पनाहग़ाह

2020 में ग्रीस के लेसवोस द्वीप पर अफ़ग़ानिस्तान से आए शरणार्थी (फ़ोटो: सिन्हुआ/मारियोस लोलोस/आईएएनएस)

Afghan Refugees: संघर्ष और उत्पीड़न से दूर जीवन बिताने के लिए अमेरिका और कनाडा में प्रवेश करने के उद्देश्य से सैकड़ों की संख्या में अफ़ग़ान शरणार्थी मैक्सिको और ब्राजील पहुंच रहे हैं।

अगस्त 2021 में काबुल के तालिबान लड़ाकों के हाथों में आने के डेढ़ साल बाद, ग़रीबी से त्रस्त और संघर्षग्रस्त अफ़ग़ानों के बीच हताशा की भावना बढ़ती ही जा रही है। हज़ारों लोग देश छोड़कर पड़ोसी देश ईरान और पाकिस्तान चले गए। बहुत से लोग अत्यंत कठिन और अमानवीय परिस्थितियों में विभिन्न यूरोपीय देशों में पहुंचे, जहाँ उन्होंने पाया कि स्थिति प्रवासियों के लिए अनुकूल नहीं है।

सीएनएन की रिपोर्ट है कि जनवरी 2023 में लगभग 13,000 लोगों ने मेक्सिको में शरण के लिए पंजीकरण कराया, जिनमें से 430 अफ़ग़ान थे।

सीएनएन ने मेक्सिको की शरणार्थी सहायता एजेंसी COMAR से बात की। COMAR के प्रमुख एंड्रेस रामिरेज़ ने सीएनएन को बताया: “अफ़ग़ान ऐसे लोग हैं, जो वास्तव में अमेरिका जाना चाहते हैं, यही हमारा अध्ययन है, क्योंकि आप जानते हैं कि यहां संस्कृति मैक्सिकन संस्कृति से बहुत अलग है।”

अधिक अफ़ग़ानी मेक्सिको में अपनी दर्दनाक यात्रायें पूरी कर रहे हैं, यह उन संख्या में परिलक्षित हो रहा है, जो इलाज की तलाश में अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों में पहुंच रहे हैं। अफ़गानों को भाषा संबंधी बाधाओं का भी सामना करना पड़ता है, क्योंकि उनमें से अधिकांश केवल पश्तो और दारी ही बोल पाते हैं।

अमेरिकी डेटा से यह भी पता चलता है कि अधिक से अधिक अफ़ग़ान अमेरिका में शरण के लिए आवेदन कर रहे हैं। अमेरिकी संघीय अदालत के दस्तावेज़ों से पता चलता है कि जनवरी 2023 में 410 अफ़ग़ान वयस्कों के लिए आव्रजन आवेदन प्रोसेस किए गए थे, जबकि मई 2022 में केवल 31 ही प्रोसेस किये गये थे।इससे यह पता चलता है कि यह संख्या किस तेज़ी से बढ़ी है।

अब तक माना जा रहा था कि ज़्यादातर लोग ईरान और तुर्की के रास्ते यूरोप भागने का रास्ता तलाश रहे थे। लेकिन, अब सैकड़ों अफ़ग़ानी लोग अमेरिका और कभी-कभी कनाडा भागने के लिए मैक्सिको और ब्राज़ील तक की यात्रा कर रहे हैं। मानव तस्करों और तस्करों द्वारा उन्हें उनके जोखिम भरे प्रयासों में मदद की जाती है।

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कई अफ़ग़ान मानवीय वीजा पर ब्राजील पहुंच रहे हैं।

यह दक्षिण अमेरिकी देश दो साल का निवास, काम करने और अध्ययन करने का अधिकार और साथ ही शरणार्थी स्थिति के लिए आवेदन करने का अधिकार प्रदान करता है। सितंबर 2021 से काबुल में अशरफ़ गनी की लोकतांत्रिक सरकार के पतन के तुरंत बाद लगभग 4,000 अफ़ग़ान मानवीय वीजा पर ब्राजील आये हैं।

ब्राज़ील से प्रवासी अमेरिका की ओर जाते हैं, क्योंकि उन्हें ब्राज़ील में समायोजित होना मुश्किल लगता है। 2022 में लगभग 2,200 अफ़ग़ान कोलंबिया और पनामा से ख़तरनाक भूमि मार्ग से अमेरिका की ओर बढ़े। 2021 की तुलना में इस रास्ते से सिर्फ़ 24 अफ़ग़ानी अमेरिका पहुंच पाये थे।

फिर अन्य अफ़ग़ान भी हैं, जो उपयुक्त ठिकाने की तलाश में अमेरिका-कनाडा सीमा को पार कर रहे हैं, क्योंकि वे इन देशों द्वारा अपने शरण संबंधी निर्णयों पर फ़ैसला लिये जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों का इंतज़ार करते-करते थक चुके ये अफ़ग़ानी अक्सर सीमा पार करके कनाडा चले जाते हैं और ऐसे भी मामले सामने आये हैं कि अफ़ग़ानी दूसरे रास्ते से भी चले गये हैं।

अफ़ग़ानिस्तान में रहन-सहन की स्थितियां केवल तालिबान के घृणित शासन के तहत बुरी होती जा रही हैं।यहां का जीवन कई  तरह  के प्रतिबंधों के अधीन है और शिक्षित अफ़ग़ान पतन का शिकार हो चुके इस राष्ट्र में रोज़-रोज़  किसी न किसी तरह की प्रशासनिक नाराज़गी का सामना करते हैं।