Hindi News

indianarrative

काबुल में हजारा मुसलमानों को निशाना बनाकर किए गए सीरियल ब्लास्ट, 25 से ज्यादा बच्चों की मौत

भीषण बम धमाकों से दहल रहा Kabul

अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा तो कर लिया लेकिन, इस वक्त सरकार चलानी मुश्किल हो गई है। देश में पहले से ही मानवीय संकट गहराया हुआ है। देश कंगाल हो चुका है, लाखों लोग भुखमरी के शिकार हो चुके हैं और हो रहे हैं। यहां तक की दो जून की रोटी के लिए लोग अपने बच्चों तक को बेच दे रहे हैं। आलम यह है कि अब यहां पर स्थिति बद से बदतर होती चली जा रही है। इसके साथ ही तालिबान के आते ही कई उसके विरोधी आतंकी ग्रुप एक्टिव हो गए हैं जो एक के बाद एक हमले कर राजधानी काबुल को दहला रहे हैं। अब एक बार फिर से काबुल में धमाका हुआ और इस बार इस धमाके में स्कूली बच्चों की भारी मात्रा में मौत हुई है।

अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में दो भीषण बम धमाकों में कम से कम 25 स्‍कूली बच्‍चों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि पश्मिची काबुल के दाश्‍त ए बार्ची इलाके में एक स्‍कूल के बाद एक के बाद एक दो धमाके हुए हैं। जब यह धमाका हुआ, उस समय बच्‍चे स्‍कूल से बाहर निकल रहे थे। अफगानिस्‍तान के गृह मंत्रालय ने इन विस्‍फोटों की पुष्टि की है। हालांकि अभी मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है। वहीं, टोलो न्यूज की माने तो, एक विस्फोट मुमताज ट्रेनिंग सेंटर के पास हुआ जबकि दूसरा धमाका अब्दुल रहीम शहीद हाई स्कूल के सामने हुआ।

विस्फोट के समय बच्चे अपनी कक्षा से बाहर निकल रहे थे। अफगानिस्तान के गृहमंत्रालय ने कहा है कि, वह इन विस्फोटों की जांच कर रहा है और बाकी की जानकारी बाद में साझा करेगा। इसके साथ ही कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि काबुल में कुल तीन धमाके हुए हैं। प्रत्‍यक्षदर्शियों के मुताबिक अब्‍दुल रहीम शहीद हाई स्‍कूल में ही दो धमाके हुए हैं। इसमें कम से कम 25 बच्‍चे मारे गए हैं। अब्‍दुल रहीम शहीद हाई स्‍कूल पश्चिमी काबुल के सबसे चर्चित स्‍कूलों में से है। इस स्‍कूल में पढ़ने वाले सभी बच्‍चे अल्‍पसंख्‍यक हजारा समुदाय के थे जो अक्‍सर आतंकियों के निशाने पर रहता है। तालिबान राज में हजारा समुदाय के लोगों पर पहले भी कई हमले हो चुके हैं। अभी तक किसी भी गुट ने इन हमलों की जिम्‍मेदारी नहीं ली है।