Pakistan Relations with India: पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। पाकिस्तान और भारत (Pakistan Relations with India) के बीच रिश्ते कैसे हैं ये पूरी दुनिया को पता है। भारत हमेशा से पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहता रहा है और कोशिश करता रहा लेकिन, बदले में पाकिस्तान हर बार पीठ में खंजर घोंपता रहा। जब भी भारत ने पाकिस्तान के साथ शांति की बात की है तब-तब उसने आतंकी हमला किया है। भारत के साथ पाकिस्तान ने हमेशा से तनाव पूर्ण रिश्ते रखे हैं। अगर पाकिस्तान ने संबंध सही बनाए रखे होते तो शायद उसका ये हाल नहीं होता। क्योंकि, एक पड़ोसी देश होने के नाते सबसे ज्यादा और पहले मदद भारत से होती। पाकिस्तान के अंबानी ने भी शहबाज सरकार को कहा था कि, भारत के साथ रिश्ते मजबूत करें। भारत (Pakistan Relations with India) हर एक मर्ज की दवा है। लेकिन, शहबाज शरीफ अलग धुन में थे। पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्स अरबपति बिजनसमैन मियां मांशा ने कहा था कि, पाकिस्तान को भारत की शरण में चले जाना चाहिए। लेकिन, शहबाज शरीफ ने उनकी सलाह पर ध्यान नहीं दी। राजनीतिक अस्थिरता की वजह से पहले इमरान खान और फिर शहबाज शरीफ ने अर्थव्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया।
पाकिस्तान को सिर्फ भारत बचा सकता है
पाकिस्तान महंगाई की चपेट में तो इमरान खान की सरकार के दौरान ही आ चुका था और देश भारी कर्ज के बोझ तले दब गया था। इमरान खान के बाद जब शहबाज शरीफ सत्ता में आए तो उनके सामने भी वही चुनौतियां थीं, जिनपर इमरान को घेरा जा रहा था। मुल्क भयानक आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा था लेकिन, शरीफ ने इसे नजरअंदाज कर दिया। फिर विनाशकारी बाढ़ ने देश की अर्थव्यवस्था और गहरे पानी में डूबो दिया। लेकिन, एक बिजनसमैन को देश में आने वाली आर्थिक भूचाल का अंदाजा पहले से ही था और ये बिजनसमैन थे मियां मांशा जिन्होंने भविष्यणा की थी कि, इससे बचने के लिए पाकिस्तान को भारत के पास जाना चाहिए। इंडिया के पास हर मर्ज की दवा है। लेकिन, शहबाज शरीफ अलग धुन में चूर थे।
मान लेते शहबाज मियां मांशा की बात तो आज भीख मांगने में शर्म नहीं आती
मियां मांशा को पाकिस्तान का ‘अंबानी’ कहा जाता है। उन्होंने सरकार को सलाह दी कि पाकिस्तान को IMF के साथ डील करनी चाहिए और विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को भारत के साथ बंद चल रही सीमा को खोल देना चाहिए। भारत को पाकिस्तान के हर मर्ज की दवा बताने वाले मियां मांशा ने कहा था कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए भारत के साथ रिश्ते सुधारने होंगे और व्यापार शुरू करना होगा। लेकिन, उनकी बातों को सबने नजरअंदाज किया था। अगर शहबाज मान लेते बात तो आज उन्हें दुनिया के सामने भीख मांगने में शर्म नहीं आती।
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