यूक्रेन और रूस युद्ध को एक महीने से ज्यादा हो गए है और अभी कितना और लंबा चलेगा ये युद्ध?, इसे लेकर अभी किसी के पास भी जवाब नहीं है। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। इन सब के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। इस कड़ी में अब बाइडेन ने पोलैंड दौरे के दौरान पुतिन को चेतावनी दी और कहा कि नाटो और उसके सदस्य देश एकजुट हैं, उसे तोड़ा नहीं जा सकता। पुतिन नाटो की सीमा में एक इंच दाखिल होने के बारे में सोचें भी नहीं। अमेरिका यूक्रेन के साथ है।
जो बाइडन ने यूरोप से रूसी आक्रामकता के खिलाफ मुकाबले के लिए खुद को तैयार करने का आह्वान किया।बाइडन ने पोलैंड की राजधानी वारसॉ में अपने भाषण में लोकतंत्र और नाटो सैन्य गठबंधन का बचाव करने के लिए किया। उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप को रूसी आक्रामकता के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता। अमेरिकी राष्ट्रपति रॉयल कैसल के सामने बोल रहे थे, जो वारसॉ के उल्लेखनीय स्थलों में से एक है और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
बाइडेन ने पोलैंड में जन्मे पोप जॉन पॉल द्वितीय के कहे शब्दों का जिक्र किया और चेतावनी दी कि यूक्रेन पर पुतिन के आक्रमण से दशकों लंबे युद्ध का खतरा है। बाइडन ने कहा- 'इस लड़ाई में हमें स्पष्ट नजर रखने की जरूरत है। यह लड़ाई दिनों या महीनों में नहीं जीती जाएगी।' लगभग 1,000 लोगों की भीड़ में कुछ यूक्रेनी शरणार्थी भी शामिल थे, जो यूक्रेन पर हमले के बीच वहां से भागकर पोलैंड और अन्य जगहों पर आ गए हैं। इससे पहले जो बाइडेन ने वारसॉ में शरणार्थियों से मिलने के बाद व्लादिमीर पुतिन को कसाई करार दिया।
यात्रा के दौरान पत्रकारों ने बाइडेन से पूछा कि स्टैडियन नारोडोवी में यूक्रेनी शरणार्थियों को देखकर उन्हें क्या लगता है, क्योंकि वे हर दिन पुतिन की कार्रवाइयों से त्रस्त रहते हैं। सीएनएन के मुताबिक, बाइडेन ने जवाब दिया, 'पुतिन एक कसाई हैं।' शुरुआत में अपने और पुतिन के बीच एक व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता को कम करने की कोशिश करने के बाद बाइडेन ने पिछले 10 दिनों में पुतिन के खिलाफ अपनी बयानबाजी तेज कर दी है। पिछले हफ्ते ही जो बाइडेन ने पहली बार पुतिन को युद्ध अपराधी कहा और फिर बाद में उन्हें हत्यारा तानाशाह भी बताया।