Minuteman Missile: रूस और यूक्रेन जंग के चलते पूरी दुनिया में इसका असर देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही चीन लगातार ताइवान पर कब्जा करने के लिए अपनी रणनीति तेज कर रहा है। इन दोनों को देखकर कहा जाने लगा था कि, अमेरिका की सुपर पावर वाली इमेज दुनिया के नजर में अब खोती नजर आ रही है। अब अमेरिका का खौफ कम होने लगा है। चीन भी यही चाहता है कि, अमेरिका की भूमिका को दुनिया में किसी तरह कम किया जाए। लेकिन, अब अमेरिका ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि, उसकी सुपर पावर वाली जगह कोई नहीं ले सकता। रूस-यूक्रेन जंग और चीन-ताइवान जंग के आसार के बीच अमेरिका ने एक महीने में दूसरी बार अपनी परमाणु मिसाइल मिनटमैन-3 (Minuteman Missile) का परीक्षण किया है। मिनटमैन-3 परमाणु (Minuteman Missile) हमला करने में सक्षम अमेरिका की सबसे ताकतवर मिसाइलों में से एक है। अमेरिका ने इससे चीन को साथ संदेश दिया है कि, अगर उसने ताइवान पर हमला किया तो वो चुप नहीं बैठेगा।
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मिनटमैन-3 की रेंज 10000 किलोमीटर है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस परीक्षण के बारे में रूस को भी सूचना दी थी। दरअसल, इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने से पहले पड़ोसी देश किसी तनाव से बचने के लिए एक दूसरे से सूचना साझा करते हैं। पेंटागन के प्रवक्ता ने मिनटमैन-3 मिसाइल के इस परीक्षण को एक टेस्ट रूटीन करार दिया। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण का उद्देश्य यह दिखाना है कि अमेरिका का परमाणु शस्त्रागार कितना तैयार है। अमेरिका ने 16 अगस्त को भी मिनटमैन-3 मिसाइल का परीक्षण किया था। हालांकि, इसका दूसरा परीक्षण आज से 12 दिन पहले ही करने की तैयारी की गई थी, लेकिन चीन-ताइवान तनाव के कारण इसे टाल दिया गया था। लॉन्च में देरी करते समय रूस के साथ तनाव पर भी विचार किया गया था।
मिनटमैन मिसाइल के नाम का मतलब
मिनटमैन मिसाइल का पूरा नाम LGM-30G Minuteman-III है। LGM में L का अर्थ साइलो लॉन्च मिसाइल से है। इसे अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कोड के तौर पर निर्धारित किया है। G का अर्थ ग्राउंड अटैक यानी जमीन पर मार करने वाली और M का अर्थ गाइडेड मिसाइल है। साथ ही इसके नाम से जुड़ा 30 मिनटमैन सीरीज की मिसाइलों के लिए और उसके बद लगा G वर्तमान की मिनटमैन-3 मिसाइल को बताता है। मिनटमैन-3 मिसाइल के परीक्षण को लेकर अमेरिकी वायु सेना के ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा कि, ये विस्फोटकों से लैस नहीं थी। इसको कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से लॉन्च किया गया है। अमेरिका ने दावा किया है कि मिसाइल ने परीक्षण के दौरान सभी मानकों को पूरा किया है। मिनटमैन-3 मिसाइल अमेरिकी वायु सेना ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के जरीखे में शामिल स्ट्रैटजिक डिटरेंस फोर्स का हिस्सा है।
खूबियां
पावर प्लांट- 3 सॉलिड प्रोपलैंट रॉकेट मोटर
लंबाई- 59.9 फीट (18 मीटर) मैक 23 या 24000 किलोमीटर प्रति घंटा
रेंज- 10000 किलोमीटर
वॉरहेड्स की संख्या- 3
कीमत- 7 मिलियन डॉलर प्रति मिसाइल
वजन- 36,030
1950 में अमेरिका ने देखा था सपना
अमेरिका ने 1950 के अंत में ही मिनटमैन वेपन सिस्टम की कल्पना कर ली थी। इसके बाद 1960 की दशक की शुरुआत में मिनटमैन-1 को तैनात किया गया था। अपने समय की ये दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल थी। ये अमेरिका की एक क्रांतिकारी अवधारणा और एक असाधारण तकनीकी उपलब्धि थी। शुरू से ही मिनटमैन मिसाइल ने अमेरिका के स्ट्रैटजिक डिटरेंस प्रोग्राम के लिए एक त्वरित-प्रतिक्रियाशील और बहुत लंबे समय तक एक्टिव रहने वाले हथियार के तौर पर अपनी भूमिका निभाई है। मिनटमैन मिसाइल का रखरखाव भी दूसरी मिसाइलों से काफी आसान है। इसी कारण इनकी सर्विसेबिलिटी 100 फीसदी होती है।
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एक साथ तीन जगहों पर परमाणु हमला कर सकती है
– मिनटमैन एक रणनीतिक हथियार प्रणाली है जो अंतरमहाद्वीपीय रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल करती है।
– दुश्मनों के हमले से बचाने के लिए मिनटमैन मिसाइल को जमीन के अंदर बने हार्ड साइलो में रखा जाता है।
– ये साइलो केबल के जरिए जमीन के अंदर बने लॉन्च कंट्रोल सेंटर से कनेक्टेड होते हैं।
– इस कंट्रोल सेंटर में 24 घंटे दो अधिकारी तैनात होते हैं, जो पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं।
– इनको लॉन्चिंग का आदेश सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री के पास मौजूद न्यूक्लियर लॉन्च कोड के जरिए दिया जाता है।
– जो एक सिक्योर कम्युनिकेशन सिस्टम के जरिए सीधे संपर्क में रहते हैं।
– अगर लॉन्च कंट्रोल सेंटर और राष्ट्रपति के पास मौजूद रिमोट मिसाइल लॉन्च फैसिलिटी के बीच कम्युनिकेशन टूट जाता है तो अमेरिका का डूम्सडे विमान यानी E-6B एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सेंटर हरकत में आता है।
– इसके पास अमेरिका की परमाणु मिसाइल लॉन्च करने का कंट्रोल होता है।
– एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सेंटर एयरक्राफ्ट में पूरी तरह से योग्य एयरबोर्न मिसाइल कॉम्बैट क्रू राष्ट्रपति के आदेशों का पालन करते हैं।
– इस मिसाइल को पावर देने के लिए तीन सॉलिड प्रोपलैंड रॉकेट मोटर का इस्तेमाल किया गया है।
– इसके पहले चरण में एटीके एम55ए1, दूसरे में एटीके एसआर-19 और तीसरे चरण में एटीके एसआर-73 इंजन का इस्तेमाल किया जाता है।
– मिनटमैन-3 का वजन 36,030 किलोग्राम होता है। इसकी रेंज लगभग 10000 किलोमीटर तक बताई जाती है।
– मिनटमैन-3 मिसाइल 24,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है।
– यह मिसाइल एक साथ तीन जगहों पर परमाणु हमला कर सकती है।
– वर्तमान में अमेरिका के पास मिनटमैन-3 की 530 यूनिट एक्टिव हैं।