भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत हो रहे है। इसी संबंधों के नाते ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक खास डिश बनायी। इस डिश की तस्वीर को मॉरिसन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की। तस्वीर में वह खिचड़ी बनाते हुए दिखाई दे रहे हैं जो कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी का पसंदीदा व्यंजन है। मॉरिसन ने कैप्शन में लिखा- 'भारत के साथ हमारे नए व्यापारिक समझौते का जश्न मनाने के लिए आज रात मैंने पकाने के लिए जिन 'करी' का चयन किया है वह मेरे प्यारे दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात प्रांत की हैं। इनमें उनकी पसंदीदा खिचड़ी भी शामिल है।'
Australian Prime Minister @ScottMorrisonMP celebrates the signing of #India – #Australia Trade Agreement with cooking Prime Minister @narendramodi ’s favourite meal, Gujarati khichdi, for dinner. pic.twitter.com/Rma4dYYkmu
— Kanchan Gupta 🇮🇳 (@KanchanGupta) April 9, 2022
उन्होंने अपने परिवार के बारे में बताते हुए कहा- 'जेन, बेटियों और मां सबने इसे मंजूरी दी।' उनकी इस डिश को लोग खूब प्यार दे रहे है। आपको बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया ने दो अप्रैल को एक आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये थे जिसके तहत कैनबेरा, कपड़े, चमड़े, गहने और खेल संबंधित उत्पादों जैसे 95 प्रतिशत से अधिक भारतीय सामान के अपने बाजार में कर मुक्त प्रवेश सुनिश्चित करेगा। मॉरिसन खुद को एक साधारण ऑस्ट्रेलियाई परिवार से बताते हैं। उन्होंने राजनीति में प्रवेश से पहले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सरकारों के लिए पर्यटन के क्षेत्र में काम किया था।
यह भी पढ़ें- इस ग्रह से जरा बचकर रहे आप, वरना बर्बाद कर देगा अगले 7 साल, तुरंत कर लें ये अचूक उपाय
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन इन वर्षों में कम से कम एक मायने में देश के सबसे सफल प्रधानमंत्री रहे हैं। मॉरिसन 2007 के बाद से एक चुनाव से अगले चुनाव तक कार्यालय में बने रहने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे जॉन हॉवर्ड की सरकार को लगभग 12 वर्षों के शासन के बाद मतदान के जरिए सत्ता से बाहर कर दिया गया था। मॉरिसन ने रविवार को घोषणा की कि अगला चुनाव 21 मई को होगा। अधिकांश जनमत सर्वेक्षणों में मॉरिसन का गठबंधन एक बार फिर पीछे है। लेकिन चुनाव की विश्वसनीयता 2019 के परिणाम के झटके से उबर नहीं पाई है और मॉरिसन को अब एक कुशल प्रचारक के रूप में पहचाना जाता है जो झुकते नहीं हैं।