अमेरिका और चीन के बीच तनातनी कम होने के बजाए और बढ़ती जा रही है। अब इस मामले में अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन (Joe Biden )ने कहा कि अगर चीन अमेरिका की संप्रभुता में दखल देने की कोशिश करेगा तो अमेरिका अपनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका के खिलाफ दांव लगाना कभी भी अच्छा नहीं रहा, जिन देशों ने ऐसा किया है वे भी वह मान रहे हैं कि ये गलत हैं। अब अमेरिका (America) के इस बयान पर चीन ने अपना जवाब तलब किया है।
इस बीच चीन ने जो बाइडेन की टिप्पणियों की निंदा की है। चीनी के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बाइडेन की बातों को बेहद गैर-जिम्मेदाराना बताया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक नियमित ब्रीफिंग में कहा, अमेरिका की ओर से इस प्रकार की बयानबाजी बेहद गैर जिम्मेदाराना है और बुनियादी कूटनीतिक शिष्टाचार के खिलाफ है।
बाइडेन ने बयान में खड़े किए थे सवाल
बुधवार को बाइडेन ने गुब्बारे को मार गिराने के फैसले का बचाव किया और जोर देकर कहा कि अमेरिका चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहता है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शी को भारी समस्याएं हैं, चीन की अर्थव्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही है। बाइडेन ने कहा, क्या आप किसी अन्य विश्व नेता के बारे में सोच सकते हैं जो शी जिनपिंग के साथ व्यापार करेगा? मैं किसी के बारे में नहीं सोच सकता।
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जी-20 बैठक में भी हुई गर्माहट
बाइडेन और शी के बीच नवंबर की जी 20 बैठक के बाद एक छोटी गर्माहट के बाद अब कथित तौर पर अमेरिकी सीमा में खुफिया चीनी गुब्बारे की मौजूदगी के बाद अमेरिका-चीन संबंध ठंडे पड़ गए हैं। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि गुब्बारे को जासूसी के लिए बनाया गया था। अमेरिका के दावों से चीन ने इनकार किया है, यह तर्क देते हुए कि यह एक मौसम अवलोकन उपकरण था।