Blast in Kabul: अफगानिस्तान में तालिबान के सामने इस वक्त कई सारे चैलेंजेज हैं। एक ओर मुल्क में मानवीय संकट गहराता जा रहा है तो दूसरी ओर अफगानिस्तान में हो रहे आतंकी हमले हमले तालिबान के लिए सबसे बड़ी मुसिबत बनती जा रही है। ऐसा लगता है कि तालिबान अब अंदर ही अंदर कमजोर हो गया। क्योंकि, अफगानिस्तान में शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो जिस दिन मुल्क में दो-चार ब्लास्ट (Blast in Afghanistan) न हों और दर्जनों की संख्या लोग न मारे जाए। राजधानी काबुल (Blast in Kabul) में तो पिछले काफी समय से मस्जिद में बम ब्लास्ट का सिलसिला चलता आ रहा है। अब एक बार फिर से काबुल में ही बम ब्लास्ट (Blast in Kabul) हुआ है। लेकिन, ये ब्लास्ट इस बाद अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय की मस्जिद में हुआ है।
अफगानिस्तान की सुरक्षा में सेंध
इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आंतरिक मंत्रालय की मस्जिद को निशाना बनाना सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। अफगानिस्तान का आंतरिक मंत्री अमेरिका का मोस्ट वांटेड सिराजुद्दीन हक्कानी है। सिराजुद्दीन खूखांर आतंकवादी समूह हक्कानी नेटवर्क का भी सरगना है। इसके मंत्रालय के पास ही अफगानिस्तान में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है। टोलो न्यूज के अनुसार, यह विस्फोट राजधानी काबुल के पीडी 15 में स्थित आतंरिक मंत्रालय की मस्जिद में हुआ है। आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नफई ताकोर ने मंत्रालय के पास एक मस्जिद में विस्फोट की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि विस्फोट में अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। विस्फोट को लेकर मंत्रालय ने तुरंत एक जांच शुरू कर दी है। इस विस्फोट की अभी तक किसी गुट ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
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विस्फोट का शक आईएसआईएस पर
तालिबान की सत्ता में वापसी होते ही अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट भी एक्टिव हो गया। इस वक्त सबसे ज्यादा तालिबान के लिए यही चैलेंज बना हुआ है। इस्लामिक स्टेट ने पूरे अफगानिस्तान में कई जगहों पर बड़े हमले किए हैं। यहां तक कि, तालिबान को चुनौती देने के लिए सबसे ज्यादा राजधानी काबुल को निशाना बनाया है। आईएसआईएस के हमले में सिर्फ काबुल में ही हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान में आईएसआईएस की उपस्थिति काफी कमजोर है और वह तालिबान को चुनौती देने के काबिल नहीं है।
कौन है अफगानिस्तान का आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी?
अमेरिका ने सिराजुद्दीन हक्कानी को मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है। ये दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में से एक हक्कानी नेटवर्क का सरगना है। इस वक्त वो अफगानिस्तान का आतंरिक मंत्री बनाया गया है। सिराजुद्दीन मुजाहिदीन कमांडर जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा है। हक्कानी समूह पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तालिबान की वित्तीय और सैन्य संपत्ति की देखरेख करता है। कई जानकारों का यह भी मानना है कि, हक्कानी ने ही अफगानिस्तान में आत्मघाती हमलों की शुरुआत की थी। हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान में कई हाई-प्रोफाइल हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। उसने तत्कालीन अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या का प्रयास भी किया था।
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