अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात हर दिन बिगड़ते जा रहे हैं। चीन ने अफगानिस्तान में तालिबान के अंतरिम शासन से कहा है कि उसे वैश्विक मान्यता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। तालिबान यहां अपनी नई सरकार को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने की मांग कर रहा है। इसके लिए उसने बीजिंग से भी मदद की गुहार लगाई है। तालिबान के इस अनुरोध के जवाब में चीन ने कहा है कि इसके लिए तालिबान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लीजियान ने मीडिया से कहा- 'हम उम्मीद करते हैं कि अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपेक्षाओं पर खरा उतरने, मुक्त और समावेशी राजनीतिक माहौल बनाने, नरम और विवेकपूर्ण घरेलू औरव विदेश नीति अपनाने और सभी तरह की आतंकवादी ताकतों से निपटने की दिशा में कदम बढ़ाएगा। अफगानिस्तान की नई सरकार को अन्य देशों, विशेष रूप से पड़ोसी देशों के साथ दोस्ताना रवैया अपनाना चाहिए और जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ एकजुट होना चाहिए। उसे सभी तरह के आतंकी बलों के खिलाफ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करनी चाहिए।'
उन्होंने कहा- नई अफगानिस्तान सरकार को अन्य देशों के साथ मित्रवत संबंध बनाने चाहिए, खास तौर पर अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर उसे विशेष ध्यान देना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय परिवार में शामिल होना चाहिए। आपको बता दें कि चीन तालिबान से अपने अशांत मुस्लिम बहुल प्रांत शिनजियांग में सक्रिय पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामी आंदोलन (ईटीआईएम) के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कह रहा है। चीन का यह प्रांत अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करता है। कट्टरपंथी संगठन तालिबान की नई सरकार को अभी तक दुनिया के किसी भी देश की ओर से मान्यता नहीं प्रदान की गई है।