अंतर्राष्ट्रीय

China की उलटी गिनती शुरू! America ने ड्रैगन के पड़ोस में फाइनल करी यह डील

चीन (China) की हवाईयां उड़ने का समय आ गया है। अमेरिका ने चीन की बोलती बंद कर दी है। अमेरिका ने चीन के पड़ोस में डील फाइनल कर दी है। अमेरिका अब मंगोलिया से बड़े पैमाने पर रेअर अर्थ धातुएं खरीदेगा जिसे आज के दौर में ‘नया सोना’ कहा जा रहा है। चीन इस समय दुनिया का सबसे बड़ा रेअर अर्थ का निर्यातक देश है। चीन ने पिछले साल 2,10,000 टन रेअर अर्थ पैदा किया था। चीन के पास 44 मिल‍ियन टन रिजर्व भंडार भी है। चीन के बाद वियतनाम का नंबर आता है। वहीं मंगोलिया के पास 31 मिलियन टन रेअर अर्थ भंडार है। अमेरिका और चीन के बीच इस समय टेक वॉर चल रहा है और भव‍िष्य में अगर यह बढ़ता है तो रेअर अर्थ की सप्‍लाइ रुक सकती है।

मंगोलिया चीन (China) और रूस दोनों का ही पड़ोसी देश है और उसके रेअर अर्थ धातुओं के निर्यातक होने की पूरी संभावना है लेकिन पैसे और उपकरणों की कमी से वह जूझ रहा है। अब मंगोलिया ने अमेरिका के साथ ‘ओपन स्‍काई’ समझौता किया है। एशिया टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक माना जा रहा है कि इस डील के बाद चीन और उसके व‍िशेषज्ञ भड़क गए हैं। उनका कहना है कि इससे चीन की उस योजना पर पानी फिर गया है जिसके तहत उसने अमेरिका के तकनीक पर प्रतिबंध लगाने के जवाब में रेअर अर्थ के निर्यात बैन की योजना बनाई थी।

चीन के विशेषज्ञ मंगोलिया पर आगबबूला

अमेरिका के ट्रांसपोर्ट मंत्री और मंगोलिया के ट्रांसपोर्ट मंत्री ने 4 अगस्‍त को इस समझौते पर हस्‍ताक्षर किया है। इस समझौते का उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच में करीबी संबंध बनाना है। इस ओपन स्‍काई संधि के तहत साल 1992 में अमेरिका ने अंतरराष्‍ट्रीय व‍िमानन मार्केट को 132 व‍िदेशी भागीदारों के लिए उदार बना दिया था। चीन और रूस इस लिस्‍ट में नहीं हैं। वहीं मंगोलिया के प्रधानमंत्री ने अमेरिका की यात्रा के दौरान उपराष्‍ट्रपति कमला हैर‍िस से मुलाकात की है। मंगोलिया के पीएम ने कहा क‍ि उनका देश अमेरिका के साथ रणनीतिक ‘तीसरे पड़ोसी’ की भागीदारी को बढ़ाएगा।

यह भी पढ़ें: श्रीलंका ने China-Pakistan को दिया झटका, ठुकराया ड्रैगन-पाक का यह ऑफर

अमेरिका और मंगोलिया दोनों ही देश अब मंगोलिया के रेअर अर्थ भंडार और महत्‍वपूर्ण खनिजों के खनन के लिए सहमत हो गए हैं। इन खनिजों की आपूर्ति अमेरिका के टेक इंडस्‍ट्री के लिए बहुत जरूरी है। चीन के व‍िशेषज्ञों का कहना है कि मंगोलिया ने चीन की चिंता पर ध्‍यान नहीं दिया। मंगोलिया के पीएम 1 अगस्‍त को ऐसे समय पर अमेरिका पहुंचे थे जब चीन ने गैलियम और जर्मेनियम के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। माना जा रहा है कि अब चीन रेअर अर्थ को हथियार के रूप में इस्‍तेमाल कर सकता है। इसी को देखते हुए अब अमेरिका ने चीन के पड़ोस मंगोलिया में बड़ा दांव चल दिया है। मंगोलिया अब एलन मस्‍क के स्‍टारलिंक को मंजूरी देना चाहता है जिससे चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है।

आईएन ब्यूरो

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