जब दुनिया में कोरोना महामारी के मामलों में कमी देखी जा रही है तो ऐसे में चीन के कई शहरों का हाल बुरा हुआ पड़ा है। खासकर शंघाई के अलावा कई अन्य शहरों में तो कोरोना ने जबरदस्त कोहराम मचा रखा है। जिसके चलते पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से यहां लॉकडाउन लगा हुआ है। चीन सरकार ने कोरोना के नियमों को इतना सख्त कर रखा है कि, लोग भूखे-प्यासे अपने घरों में बंद कैद हैं और चिल्ला रहे हैं कि वहां से उन्हें निकाला जाए। अब तक तो शंघाई में ही कोरोना का कहर देखने को मिल रहा था लेकिन, अब बीजिंग में भी कोरोना कोहराम मचा रहा है। जिसे देखते हुए यहां सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है।
चीन की राजधानी बीजिंग में अब कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट ने कहर मचाना शुरू कर दिया है। चीन ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अपनी जीरो कोविड नीति के तहत बेहद सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। बीजिंग में सभी रेस्त्रां के अंदर खाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यही नहीं सभी नागरिकों को निर्देश दिया गया है कि उन्हें सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश के लिए कोरोना निगेटिव टेस्ट की रिपोर्ट दिखानी होगी। इस बीच कोरोना से बहुत ज्यादा प्रभावित शंघाई शहर में कोरोना से थोड़ी राहत मिली है।
अंतरराष्ट्रीय मजबूद दिवस के मौके पर 5 दिनों की छुट्टियां शुरू हुई थी और इसी मौके पर चीन ने प्रतिबंध लगा दिया। शंघाई में क्वारंटाइन इलाके से बाहर लगातार दूसरे दिन कोई मामला नहीं आने पर करीब 2.5 करोड़ लोगों को घरों से बाहर आने की अनुमति मिली। मार्च से ही शंघाई में कोरोना महामारी ने कोहरामा मचाना शुरू कर दिया है। शंघाई शहर में हजारों की तादाद में लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। चीन ने शंघाई में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए क्रूर लॉकडाउन लगा दिया जिससे स्थानीय लोग बुरी तरह से भड़क गए थे।
बीजिंग में फिलाहल लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। लेकिन, नियम काफी सख्त कर दिए गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ज्यादा सख्त कर दिया गया। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर लोगों की टेस्टिंग शुरू हो गई है। बीजिंग में 2 करोड़ 20 लाख लोग रहते हैं और पिछले सप्ताह शहर के 16 जिलों में व्यापक टेस्टिंग की गई थी। यहां रेस्त्रां के अंदर खाने पर बैन लगा दिया गया है।