रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच पिछले 15 महीनों से जंग जारी है। इस बीच रूस के यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले जारी है। जहां एक तरफ यूक्रेन इन हमलों का जवाब देने की हर मुमुकीन कोशिश कर रहा है लेकिन इसके बाद बावजूद रूस यूक्रेन पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। हालांकि अब स्थितियां बदलती नजर आ रही है। अमेरिका ने यूक्रेन के लिए बड़ा ऐलान किया है जिससे अगर यूक्रेन को एफ-16 फाइटर जेट भेजा जाता है तो यह युद्ध में नेटा की भागीदारी पर सवाल खड़े करेगा। रूस ने अमेरिका से साफ लफ्जों में यह बात कही है अमेरिका में रूस के राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा कि यूक्रेन में एफ-16 के संचालन के लिए कोई बुनियादी ढांचा नहीं है और पायलटों और रखरखाव करने वाले कर्मचारियों की संख्या भी पर्याप्त नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने F-16 फाइटर जेट्स पर यूक्रेनी पायलटों के प्रशिक्षण का समर्थन किया। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की को यह आश्वासन दिया कि विमान का इस्तेमाल रूसी क्षेत्र में जाने के लिए नहीं किया जाएगा। एंटोनोव ने कहा कि क्रीमिया पर यूक्रेन के किसी भी हमले को रूस पर हमला माना जाएगा। यह जरूरी है कि अमेरिका रूस के पलटवार से अच्छी तरह वाकिफ हो।
जी7 देशों से और सख्ती का अनुरोध
यूक्रेन खासतौर पर क्रीमिया को निशाने पर लिए हुआ है। रूस ने यूक्रेन के इस हिस्से पर 2014 में कब्जा किया था। अभी दोनों देशों में कई महत्वपूर्ण शहरों में लड़ाई चल रही है। बाखमुत भी उन्हीं शहरों में एक है, जहां दोनों देशों की सेनाएं महीनों से आमने-सामने है। जी7 समिट के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की भी जापान में थे, जब रूस ने बाथमुत पर कब्जे का दावा किया।
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यूक्रेन को मिल सकता है 6 एफ-16 फाइटर जेट
अमेरिका यूक्रेन को कितनी यूनिट एफ16 फाइटर जेट देगा, इसपर अभी कुछ खुलासा नहीं हुआ है। फाइटर जेट की संख्या एक बड़ा मुद्दा है। रूस का सामना करने के लिए रूस को दर्जनों जेट की जरूरत पड़ेगी। माना जा रहा है कि यूक्रेन को 6 यूनिट एफ16 पहले चरण में दिया जा सकता है, जो रूस के सुखोई-25एस के बराबर है। चूंकि, एफ16 एक अत्याधुनिक फाइटर जेट है, इसके लिए खास ट्रेनिंग की जरूरत होती है।