अफगानिस्तान में कब्जा करने के बाद से तालिबान लगातार दुनिया से अपनी सरकार को समर्थन करने की गुहार लगा रहा है। वहीं, तालिबान के आने के बाद से अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, इस वक्त लोग भूखमरी का शिकार हो रहे हैं। हालात यहां तक आ गए हैं कि लोग अपनी नवजात बच्चियों तक को बेच दे रहे हैं। इस बीच अफगानिस्तान में चोरी छुपे तालिबान ऐसा खेल कर दिया है जिसे देख दुनिया हैरान है।
यह भी पढ़ें- एक-दो नहीं बल्कि इतने देशों को निगलना चाहता है ड्रैगन
दरअसल, आफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद से अब एक नया खतरा सामने आ गया है, अफगानिस्तान से इंटरनेशनल बाजारों में भारी मात्रा में हेरइन भेजी जा रही है। वैश्विक बाजारों में इसकी बाढ़-सी आ गयी है। इससे नार्को-आतंकवाद को भी काफी बढ़ावा मिल रहा है। अफगानिस्तान से जाने वाली हेरोइन ने शांति के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। बता दें कि, दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक अफगानिस्तान ही है। यहां अवैध उत्पादन को रोकने के लिए अमेरिका ने दशकों में 9 बिलियन अमीरीक डॉलर खर्च करने के बाद भी यहां अफीम के वैश्विक उत्पादन का लगभग 87 प्रतिशत हिस्सा है, यूरोपियन फाउंडेन फॉर साउथ एशियन स्टडीज की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने यह वादा किया था कि, अफगानिस्तान अब अफीम की खेती करने वाला देश नहीं रहेगा, इसके साथ ही किसानों को इसकी खेती करने से भी मना कर दिया था। बता दें कि अफीन की ज्यादातक खेती होने वाले क्षेत्रों पर पहले से ही तालिबान का कब्जा रहा है। हालांकि, तालिबान प्रवक्ता ने यह भी कहा था कि, ऐसा तभी संभव है जब पूरी दुनिया किसानों को सशक्त बनाने में हमारी मदद करे और उन्हें अपनी आजीविका कमाने का विकल्प प्रदान करे।
यह भी पढ़ें- ड्रैगन के घमंड को भारत ने किया चकनाचूर- विदेश मंत्री बोले
इन अफगानी अफीम को यूरोपीय बाजार से पहले पाकिस्तान के प्रयोगशालाओं में भेजा जाता है उसके बाद ही इसे बाजार में उतारा जाता है। एक पोस्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि, पाकिस्तान अफगान ड्रग व्यापार में अग्रमि पंक्ति में है। चालीस प्रतिशत अफगान मादक पदार्थों की तस्करी पाकिस्तान से गुजरने वाले मार्गों का उपयोग करती है।