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‘मुल्ला’ जनरल असीम मुनीर का खौफ, इमरान की पार्टी भागी सत्ता छोड़ भागी!

Imran Khan PTI Long March

Imran Khan PTI Long March: पाकिस्‍तान में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के बाद देश में गठबंधन सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच टकराव जारी है। लेकिन, नए आर्मी चीफ के आने से ऐसा लगाता है कि, इमरान खान (Imran Khan PTI Long March) डरे हुए हैं। दरअसल, इमरान खान सेना के गढ़ कहे जाने वाले रावलपिंडी में लॉन्च मार्च (Imran Khan PTI Long March) निकालने वाले थे जिसे उन्होंने रद्द कर दिया। उनके इस फैसले के बाद यह साफ होता है कि, कहीं न कहीं नये आर्मी चीफ का उनके अंदर खौफ जरूर है। इस दौरान उन्होंने लॉन्च मार्च को संबोधित जरूर किया। इमरान खान ने रावलपिंडी में लॉन्ग मार्च (Imran Khan PTI Long March) को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था से निकलने का फैसला किया है। उन्होंने ऐलान किया कि पीटीआई सभी विधानसभाओं से इस्तीफा देगी।

न चाहते हुए भी हार गये इमरान खान
इमरान खान ने कहा, ‘हम इस व्यवस्था का हिस्सा नहीं रहेंगे। हमने सभी विधानसभाओं को छोड़ने और इस भ्रष्ट व्यवस्था से बाहर निकलने का फैसला लिया है।’ खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में पीटीआई की सरकार है। इमरान ने कहा कि पीटीआई ने किसी भी तरह की अराजकता से बचने के लिए इस्लामाबाद न जाने का फैसला किया है। इमरान खान ने ये फैसला ले. जनरल असीम मुनीर के पाकिस्तानी सेना के नए प्रमुख बनने के बाद किया है। यानी की इमरान खान न चाहते हुए भी अब स्वीकर कर लिये हैं कि, पाकिस्तान में चुनाव अब नौ महीने बाद यानी अपने निर्धारित समय पर ही होंगे।

लास्ट बॉल तक लड़ेंगे इमरान खान
लॉन्ग मार्च को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि वह अपने मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल से मुलाकात करेंगे और जल्द इसकी घोषणा करेंगे कि उनकी पार्टी विधानसभाओं को कब छोड़ेगी। इससे पहले रावलपिंडी में भारी भीड़ के सामने इमरान ने दावा किया कि उनकी पार्टी चुनाव या राजनीति के लिए रावलपिंडी नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि देश को नए सिरे से चुनावों की जरूरत है और उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि ये नौ महीने बाद होंगे क्योंकि जीत उनकी पार्टी की ही होगी। अपने संबोधन में इमरान ने कहा कि इतिहास गवाह है कि वह पाकिस्तान के लिए लास्ट बॉल तक लड़ते रहे।

शहबाज सरकार उन्हें करती है अपमानित
खान ने कहा कि, मैं कहना चाहता हूं कि जिन्होंने अपनी संपत्ति में भारी इजाफा किया है और देश के अधिकारों को रौंदा है, इतिहास भी उनकी तरफ देख रहा है और लिख रहा है कि उन्होंने देश के साथ क्या किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, शहबाज सरकार बार-बार उन्हें ‘अपमानित’ करने की कोशिश कर रही है क्योंकि उन्होंने उन्हें ‘चोर’ कहा था।