प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। मगर उनकी इस यात्रा पर भारत से ज्यादा पाकिस्तान की नजर गढ़ी हुई है। पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद में अपने भाषण के दौरान पाकिस्तान पर निशाना साधा और उसे आतंकवाद फैलाने वाला बता दिया है। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में भी पीएम मोदी से सहमति जताई गई, जिसके बाद इमरान खान (Imran Khan) शहबाज सरकार पर जमकर बरस पड़े हैं। इमरान ने शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रमोटर बना दिया है। इमरान खान ने व्हाइट हाउस (White House) के बयान का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा, ‘जनरल बाजवा और उनके पीडीएम साथी दावा कर रहे थे कि मैंने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग कर दिया है। अब हम उनसे यह सवाल पूछना चाहते हैं कि एक साल तक सत्ता में रहने और पाकिस्तानी विदेश मंत्री की अनगिनत अमेरिका यात्रा के बाद भी भारत और अमेरिका का संयुक्त बयान पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला क्यों बताता है? कोई भी संतुलित बयान नहीं है।’
एक घंटे का रहा भाषण
मोदी ने अंग्रेजी भाषा में 60 मिनट के अपने भाषण में कहा, ‘ये विचारधाराएं नयी पहचान तथा रूप ले रही हैं लेकिन उनकी मंशा समान है। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई अगर या मगर नहीं हो सकता। हमें आतंकवाद को प्रायोजित तथा उसे फैला रही ऐसी सभी ताकतों से निपटना होगा।’ प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों देशों ने आतंकवाद तथा चरमपंथ से लड़ने का संकल्प जताया। बयान में कहा गया है, ‘अमेरिका तथा भारत वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े हैं और आतंकवाद तथा हिंसक चरमपंथ की सभी रूपों में निंदा करते हैं।’
Gen Bajwa along with his PDM cronies claimed that I had isolated Pakistan internationally.
The question we want to ask him and PDM is that after a year in government and countless trips of Pakistan’s FM to the US, the joint India/US statement reduces Pakistan to a promoter of… pic.twitter.com/2qyRqnHp5J
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 23, 2023
ये भी पढ़े: Pakistan का नाम लेकर आतंकवाद पर खूब गरजे PM Modi, जमकर सुनाई खरी खोटी
पाकिस्तान को बयान में लताड़ा
बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन ने अल-कायदा, इस्लामिक स्टेट, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन समेत संयुक्त राष्ट्र में सूचीबद्ध सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई की मांग को दोहराया। इसमें कहा गया है, ‘उन्होंने सीमा पार आतंकवाद, आतंकवाद के लिए लोगों के इस्तेमाल करने की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया कि उसके कब्जे वाले किसी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमले करने के लिए न किया जाए। उन्होंने 26/11 मुंबई हमलों और पठानकोट हमले के दोषियों को सजा देने का भी आह्वान किया। उन्होंने आतंकवादी साजिशों के लिए मानवरहित ड्रोन और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों का दुनियाभर में इस्तेमाल बढ़ने पर भी चिंता व्यक्त की।