IND Vs PAK: वैसे इस बात में कोई शक नहीं कि पाकिस्तान ने ये कसम खाई हुई है कि वो जब भी उगलेगा तो जहर ही उगलेगा। शांति की बात पर भी उसके जुबान से जहर ही निकलेगा। ऐसे हालत तब है जब पाकिस्तान की आर्थिक हालत बेहद खराब है। लोगों के पास दो वक्त की रोटी खाने के लिए आटा तक नहीं है और आटा खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं लेकिन तब भी कई लोगों को यह नहीं मिल पा रहा है। सब्जियों से लेकर तमाम खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं और कमरतोड़ महंगाई ने पाकिस्तान की जनता को परेशान कर रखा है। लेकिन इन सबके बावजूद पाकिस्तान सियासतदां अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शहबाज शरीफ अपने देश के लोगों को अनाज तक मुहैया नहीं करा पा रहे हैं लेकिन कश्मीर का राग अलाप रहे हैं और भारत को कुचलने का ख्वाब भी देख रहे हैं।
पीएम शहबाज (Shehbaz Sharif) ने ये बातें रविवार को PoK में कहीं, जिसे कई यूट्यूब चैनल्स पर दिखाया गया। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति वाला देश है और भारत हमें बुरी नजर से नहीं देख सकता। अगर ऐसा हुआ तो हम उसे पैरों के नीचे कुचल देने में सक्षम हैं। वैसे ये कोई पहली बार नहीं हुआ जब पाकिस्तान भारत के सामने अपनी न्यूक्लियर पावर की अकड़ दिखा रहा है। इससे पहले भी कई बार इस्लामाबाद ने सीमा पार के मुद्दों को कुछ इसी तरह से बढ़ावा दिया है। पाक यह कहता रहा है कि उसकी परमाणु शक्ति अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती है।
शहबाज अब तक कश्मीर का राग अलापना नहीं भूले
शहबाज शरीफ ने रविवार को यह दोहराया कि कश्मीरियों को कूटनीतिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीरी संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत आत्म निर्णय के अधिकार को प्राप्त नहीं कर लेते तब तक उनका समर्थन जारी रहेगा। शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत हमेशा जम्मू-कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया है।
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शहबाज बोले- पाक ने सबक सीख लिया
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे और पाक से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। पिछले महीने शहबाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान ने एक सबक सीख लिया है और वह भारत के साथ शांति से रहना चाहता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पड़ोसियों को बम और गोला-बारूद पर अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहिए। शरीफ ने कहा, ‘भारत के साथ हमारे तीन युद्ध हुए हैं। इसने हमारे लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी व बेरोजगारी ही पैदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा संदेश है कि आइए हम मेज पर बैठें और कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें।