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‘किलर रोबोट’ पर Ban! अमेरिका और भारत ने मिलकर किया विरोध

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30 देशों ने स्वायत्त हथियारों जिन्हें 'किलर रोबोट' कहा जाता है। इन पर पूरी तरह से बैन लगाने की बात कही है। इन देशों की मांग हैं कि इन पर प्रतिबंध लगाया जाए। ये हथियार बिना किसी इंसानी दखल के बड़े पैमाने पर इंसानों को मारने में सक्षम है। भारत और अमेरिका समेत कई देश इन पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं। अमेरिका ने 'किलर रोबोट' पर प्रतिबंध लगाने या उनके इस्तेमाल को नियमबद्ध करने की मांग खारिज कर दी है। अमेरिका का प्रस्ताव है कि इनके इस्तेमाल के लिए एक अचार संहिता बनाई जा सकती है।

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इन हथियारों पर प्रतिबंध लगाने या उनका इस्तेमाल तय नियमों के अंदर करने के कानूनी बंधन सुनिश्चित करने की मांग को खारिज कर उसने यह प्रस्ताव रखा है। चार साल से जारी बातचीत इस बैठक में दुनियाभर के विशेषज्ञ शामिल थे। गुरुवार को बहस के दौरान कई देशों ने ऐसे हथियारों पर प्रतिबंध का विरोध किया। इनमें अमेरिका के अलावा भारत भी शामिल था। जेनेवा में एक बैठक में बोलते हुए अमेरिकी प्रतिनिधि ने कानून बनाकर स्वचालित घातक हथियारों का इस्तेमाल नियमबद्ध करने के प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया। ऐसे हथियारों के इस्तेमाल को लेकर एक साझा पक्ष खोजा जाए जिस पर सभी सहमत हो सकें।

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संयुक्त राष्ट्र 2017 से ऐसी बातचीत करवा रहा है कि स्वचालित घातक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर किसी तरह विभिन्न देशों के बीच सहमति बन जाए। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पेश किया है कि 'किलर रोबोट' कहे जाने वाले हथियारों की एक अचार संहिता बनाई जाए। शांति कार्यकर्ता और कई देश मांग कर चुके हैं कि ऐसे हथियारों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए जो बिना मनुष्य के दखल किए ही घातक हमले कर सकते हैं। नवंबर 2018 में संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंटोनियो गुटेरेश ने भी इस मांग का समर्थन किया था कि जो हथियार बिना इंसानी दखल के हमला करने का फैसला कर सकते हैं उन पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।