Nepal and India: भारत, नेपाल का सबसे खास पड़ोसी देशों में से एक है। भारत वैसे भी नेपाल (Nepal and India) को अपना छोटा भाई मानता है। हर एक मौके पर भार नेपाल की मदद करने के लिए सबसे पहले और सबसे आगे खड़ा रहता है। चाहे आपदा के वक्त मदद की बात हो या फिर नेपाल के विकास की बात है। नेपाल, चीन (China)का भी पड़ोसी देश है ऐसे में ड्रैगन की इसपर भी बुरी नजर रहती है। पिछले कुछ समय से नेपाल में भी चीन अपनी जाल बिछाने की कोशिश कर रहा है। खैर इन सबके बीच इस वक्त नेपाल और भारत (Nepal and India) ने जो कदम उठाया है वो चीन को चुभने वाला है। दोनों देश ‘राष्ट्र-विरोधियों’ द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सहमत हुए हैं।
चीन-पाक के जसूसों की खैर नहीं
दरअसल, नेपाल वो जगह हैं जहा पर चीन और पाकिस्तान (China and Pakistan) के लोग अवैध रूप से रहते हैं और साथ ही ये अवैध कामों को भी अंजाम देते हैं। हाल ही में एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के जासूस का नेपाल में मर्डर हुआ था। इसी तरह चीन के भी जासूसों का समय समय पर पता चलता है। ये भारत के खिलाफ अभियान चलाते हैं। पिछले काफी समय ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद भारत और नेपाल ने मिलकर ये कदम उठाया है। ये जासूस नेपाल के लिए भी सिरदर्द हैं। इसके साथ चीन और पाकिस्तान के भी नागरिक कम नहीं है। ये भी नेपाल के जरिए अवैध कामों को अंजाम देते हैं। ऐसे में इसपर ब्रेक लगाने के लिए दोनों देश की सेनाएं एक साथ आई हैं।
अवैध रूप से सीमा पार करने वालों के खिलाफ भारत-नेपाल आए एक साथ
नेपाल और भारत के अर्धसैनिक अधिकारियों ने भारत-नेपाल सीमा के जरिये तीसरे देश के नागरिकों के अवैध रूप से सीमा पार करने की घटनाओं को रोकने के लिए चर्चा की है। सशस्त्र सीमा बल (SSB) के महानिदेशक सुजय लाल थाओसेन और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के महानिरीक्षक राजू आर्य के बीच एत संयुक्त समन्वय बैठक हुई। जिसमें सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए तंत्र को सुव्यवस्थित करने के उपायों पर चर्चा की गई।
SSB ने एक बयान में कहा कि दोनों बलों के प्रमुख अवैध रूप से सीमा पार करने से तीसरे राष्ट्र के नागरिकों को रोकने के वास्ते तंत्र विकसित करने पर सहमत हुए। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि सीमा बल वर्तमान चुनौतियों के मद्देनजर उपयोग किए जाने वाले तरीकों में सुधार करना जारी रखेंगे। वे राष्ट्र-विरोधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए पारस्परिक रूप से सहमत हुए।
एक न्यूज ने बैठक में भाग लेने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि, भारतीय पक्ष ने अवैध गतिविधियों में लिप्त पाकिस्तानी और चीनी नागरिकों के नेपाल के सीमा क्षेत्रों से भारत में प्रवेश को रोकने का अनुरोध किया। डीजी थाओसेन के नेतृत्व में एसएसबी प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड से भी मुलाकात की और भारत और नेपाल के दो सीमा बलों के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने के वास्ते एसएसबी की प्रतिबद्धता को दोहराया।