पाकिस्तान की अपनी स्थिति इतनी खराब है कि वहां पर कभी भी सत्ता में परिवर्तन हो सकता है। देश में आर्थिक तंगी की ऐसी हालत है कि इमरान खान को दुनिया से घूम-घूम कर अपनी अर्थव्यवस्था को रास्ते पर लागने के लिए भीख मांग रहे हैं। जहां, अपने देश की परिस्थितियों पर ध्यान देना चाहिए तो वहीं, इमरान खान भारत के मुद्दों पर टांग अड़ा रहे हैं। जिसपर भारत ने सख्त लहजे में कहा है कि हमारे आतंरिक मामलों से दूर रहो वरना अंजाम बुरा होगा। इसके साथ ही अमेरिका को भी भारत ने चेताया है।
दरअसल, कर्नाटक हिजाब मसले पर पाकिस्तान और अमेरिका जैसे देशों ने भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश की जिसे लेकर विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि, कर्नाटक राज्य में कुछ शैक्षणिक संस्थानों में ड्रेस कोड से संबंधित मामला कर्नाटक के हाईकोर्ट द्वारा न्यायिक परीक्षण के अधीन है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, हमारे संवैधानिक ढांचे और तंत्र, साथ ही साथ हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति, ऐसे संदर्भ हैं जिनमें मुद्दों को माना जाता है और हल किया जाता है। उन्होंने कहा है कि जो भारत को अच्छी तरह से जानते हैं, वे इन वास्तविकताओं की उचित सराहना करेंगे। उन्होंने साफ कहा है कि भारत के आंतरिक मसलों पर प्रेरित कॉमेंट्स का स्वागत नहीं है।
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कर्नाटक हिजाब मसले को लेकर अमेरिकी राजदूत ने कहा था कि, धार्मिक स्वतंत्रता में किसी भी धार्मिक पोशाक चुनने की क्षमता शामिल है। स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है और महिलाओं और लड़कियों को कलंकित और हाशिए पर रखता है ऐसे में कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए। अमेरिका के अलावा पाकिस्तान ने अपने देश को छोड़कर इस मसले पर चिंता जताई थी भारत पर धार्मिक असहिष्णुता, नकारात्मक रूढ़िवादिता और मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाया था।