Hindi News

indianarrative

Smoking करने और तम्बाकू खाने वालों पर लगेगा टैक्स! पान-बीड़ी की गंदगी साफ करने का खर्च 5951 हजार करोड़ रुपये

सिगरेट-बीड़ी पीने तम्बाकू खाने पर टैक्स!

तनाव भरी लाइफ में लोग स्ट्रेस से छुटकारा पाने के लिए सिगरेट और तंबाकू का सहारा लेना बेहतर विकल्प समझते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे भी लोग हैं जो स्टाइल के लिए धुआ उड़ाना पसंद करते हैं। मंगलवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को तंबाकू से होने वाली घातक बीमारियों के बारे में जागरुक करना है।

वहीं अमेरिका, जिनेवा विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि तंबाकू उत्पादों से फैली गंदगी की सफाई का खर्च करदाताओं को उठाना होगा। ना कि यह समस्या पैदा करने वाले उद्योगों को। साथ ही, हर साल भारत को इसके लिए 76.6करोड़ डॉलर (5951करोड़ रुपए) खर्च करना होगा। तंबाकू निषेध दिवस पर डब्ल्यूएचओ ने कहा कि हर साल तंबाकू उद्योग विश्व में 80लाख लोगों की जान ले रहा है।

WHO ने इस बारे में नई जानकारी दी है कि किस कदर तंबाकू पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है। संगठन ने उद्योग को उसके द्वारा की जा रही तबाही के लिए कहीं अधिक जवाबदेह ठहराने के वास्ते कदम उठाने का आह्वान किया है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि सिगरेट, धुआंरहित तंबाकू और ई -सिगरेट प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ाते हैं। सिगरेट के फिल्टर में माइक्रो प्लास्टिक होते हैं और ये विश्व में प्लास्टिक प्रदूषण के लिए जिम्मेदार सामग्री में दूसरे स्थान पर है। तंबाकू उत्पादों से गंदे हुए स्थानों की सफाई का बोझ करदाताओं को उठाना पड़ेगा, ना कि उद्योगों को जिसने यह समस्या पैदा की है। हर साल चीन को करीब 2.6अरब डॉलर और भारत को करीब 76.6करोड़ डॉलर खर्च करना होगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि फ्रांस और स्पेन जैसे देशों और अमेरिका में कैलिफोर्निया और सेन फ्रांसिस्को जैसे शहर ने प्रदूषक भुगतान करे सिद्धांत को अपनाया है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट कहता है कि तंबाकू हमारी धरती को विषाक्त करता है। इसमें कहा गया है कि तंबाकू उद्योग का पर्यावरण पर भी असर पड़ रहा है। तंबाकू से उत्पन्न होने वाला कार्बन डॉइऑक्साइड हर साल वाणिज्यिक एयरलाइन उद्योगों के उत्सर्जन का पांचवां भाग है।