रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है और इस वक्त रूस भारी ताबही मचा रहा है। अमेरिका और नाटो अपने आन-बान के चक्कर में यूक्रेन को फंसा कर खुद निकल लिए और यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया। खबरों की माने तो यूक्रेनी समर्थक देश यूक्रेन का एकतरफा चेहरा दिखा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि, जिस तरह से भारत के लिए पाकिस्तान नासूर बना हुआ है उसी तरह यूक्रेन ने भी रूस के नाक में दम कर रखा था जिसके बाद रूस ने इतना बड़ा फैसला लिया। वहीं, यूक्रेन के जरिए यूरोपीय देश रूस पर लगाम लगाने तक कि चाल चल रहे थे लेकिन उलटा रूस ने ही इन देशों के करे कराए पर पानी फेर दिया है। खैर जितना यूक्रेन को दिखाया जा रहा है उतना भी दूध का धुला नहीं है। क्योंकि, यूक्रेनी सेना अब भारतीय छात्रों को अपना निशाना बना रहे हैं।
एक ओर तो यूक्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस महाभारत को रोकने की गुहार लगा रहा है और दूसरी ओर वो भारतीय छात्रों के साथ मारपीट कर अपना क्रूर चेहरा दिखा रहा है। एक वीडियो सामने आया है जिसमें यूक्रेनी सेना भारतीय छात्रों को मारते हुए नजर आ रहे हैं। भारतीय छत्रों में जेलेंस्की की सेना जमकर ठंडे बरसा रही है और कह रही है कि जब भारत हमारी सहायता नहीं कर रहा तो हम क्यों करें। यह सब तब हो रहा है जब भारत ने रूस से शांती वार्ता की बात कि और साथ ही यूक्रेन को मेडिकल सहायता के रूप में दवा भेजा है।
इस वीडियो को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शेयर कर ट्वीट किया है और लिखा है कि, इस तरह की हिंसा झेल रहे भारतीय छात्रों और इस वीडियो को देखने वाले उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। किसी भी अभिभावक को इससे नहीं गुजरना चाहिए। भारत सरकार को तत्काल विस्तृत निकासी योजना को फंसे हुए लोगों के साथ-साथ उनके परिवारों के साथ साझा करना चाहिए। हम अपनों को नहीं छोड़ सकते।
My heart goes out to the Indian students suffering such violence and their family watching these videos. No parent should go through this.
GOI must urgently share the detailed evacuation plan with those stranded as well as their families.
We can’t abandon our own people. pic.twitter.com/MVzOPWIm8D
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 28, 2022
पोलैंड देश की सीमा पर तैनात यूक्रेनी सेना के कुछ जवानों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय छात्रों के एक दल को जबरन रोकते हुए उनको पीटा और डराया धमकाया। घटना का शिकार हुए छात्रों की यूक्रेन में ही मौजूद एक सहपाठी ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है कि उनकी यूनिवर्सिटी से एक भारतीय छात्रों के एक दल के साथ ये सब किया गया है। आरोप यह भी है कि बॉर्डर पर भारतीय छात्रों के साथ यूक्रेनी सैनिकों ने मारपीट कर एक छात्रा का हाथ तोड़ दिया है जबकि डराने के लिए फायर भी किए। आरोपों के अनुसार हमला करने वाले यूक्रेनी सैनिकों ने छात्रों से कहा कि आपकी भारत सरकार यूक्रेन का साथ नहीं दे रही है, इसलिए हम लोग आपका सहयोग क्यों करें।