इस वक्त पूरी दुनिया में महंगाई अपने चरम पर है। खासकर पेट्रोल और डीजल के दामों में तो हर एक देश ने वृद्धि कर दी है। इसका सबसे बड़ा कारण रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग है। इस युद्ध के चलते दुनिया भर में कई चीजों के दामों में वृद्धि हो गई है। भारत में भी महंगाई का असर पड़ा है लेकिन, बाकी देशों के मुकाबले यहां कम असर पड़ा है। क्योंकि सरकार की नीतियों के चलते जनता को राहत मिल रही है। वहीं, भारत के पड़ोसी देशों की हालात इन दिनों कुछ ठीक नहीं है। श्रीलंका में भयानक आर्थिक आंधी आई हुई है। इसके साथ ही पाकिस्तान भी लगातार श्रीलंका की राह पर है। यहां पर भी हर चीजों के दामों में अच्छा-खासा वृद्धि हो चुका है। तेल के दाम तो आसमान छू रहे हैं। अब बांग्लादेश में स्थिती बिगड़ती नजर आ रही है। यहां पर रातों रात तेल की कीमतों में 50 फीसदी से भी ज्यादा का इजाफा कर दिया गया। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है जब बांग्लादेश में पेट्रोल के दामों में इतनी भारी वृद्धि आई हो। अब यहां की जनता बेकाबू होती नजर आ रही है।
एक रिपोर्ट की माने तो, बांग्लादेश सरकार ने ईंधन की कीमतों में 51.7 फीसदी तक की बढ़ोतरी की। इसके साथ एक लीटर पेट्रोल 130 टका या 108.46 रुपए और एक लीटर डीजल 114 टका या 95.11 रुपए पर पहुंच गया है। बांग्लादेश सरकार ने इससे पहले आख़िरी बार 2016 में कीमतों फेरबदल किया था, जब सरकार ने कीमतें घटाई थी।
पहले से ही महंगाई झेल रही जनता पर इस तरह दोहरी मार पड़ी है। रात 12:00 बजे से लागू हुई नई कीमतों के अनुसार एक लीटर ऑक्टेन की कीमत अब 135 टका हो गई है, जो कि 89 टका की पिछली दर से 51.7 प्रतिशत अधिक है। बांग्लादेश में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 130 टका है, यानी कि बीती रात से इसमें 44 टका या फिर 51.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय ने फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर जारी किए गए बयान में कहा गया था कि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम में हुई वृद्धि के चलते यह फैसला हुआ है। कम दाम पर ईंधन बेचने की वजह से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPC) को फरवरी से जुलाई के बीच 8,014.51 टका का नुकसान हुआ है। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद देशभर में इसका असर देखने को मिलने लगा है। मुल्क में लोग सड़कों पर उतरने लगे हैं औऱ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।