भारतीय नौसेना जहाज (आईएनएस) किरपान को बुधवार को अपनी अंतिम तैनाती पर विशाखापत्तनम से वियतनाम के लिए रवाना होने के मौक़े पर एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
भारतीय नौसेना में 32 साल की शानदार सेवा पूरी करने के बाद भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि में स्वदेश निर्मित, 1350 टन वज़न के यह मिसाइल कार्वेट वियतनाम को उपहार में दिया जा रहा है।
19 जून को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फ़ान वान गियांग के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद इस निर्णय की घोषणा की गयी।
आईएनएस किरपान तीसरी खुखरी श्रेणी की मिसाइल कार्वेट, 25 समुद्री मील से अधिक की गति से आगे बढ़ने में सक्षम है और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के अलावा यह मध्यम दूरी की बंदूक, 30 मिमी क़रीबी दूरी की बंदूकें और चैफ़ लॉन्चर से सुसज्जित है।
ये विशेषतायें इस जहाज को तटीय और अपतटीय गश्त, तटीय सुरक्षा, सतही युद्ध, समुद्री डकैती रोधी और मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन सहित विभिन्न प्रकार की भूमिकायें निभाने में सक्षम बनाती हैं।
In continuation of @DefenceMinIndia announcement on #19Jun 23 of gifting of an indigenously built in-service Missile Corvette #INSKirpan to Vietnam, Kirpan has cast-off today from #Visakhapatnam & departed on her final journey under Indian Tricolour to #Vietnam.@IN_HQENC pic.twitter.com/dZ2630Zkww
— SpokespersonNavy (@indiannavy) June 28, 2023
यह दक्षिण पूर्व एशियाई देश की इस नौसेना की क्षमताओं को और बढ़ायेगा, जो इस क्षेत्र में चीन के रणनीतिक विस्तार से लगातार निपट रही है।
पिछले साल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की हनोई यात्रा के दौरान भारत ने वियतनाम पीपुल्स नेवी को 12 हाई-स्पीड गार्ड बोट सौंपी थीं।
हाई फोंग में हांग हा शिपयार्ड में आयोजित एक समारोह में सिंह ने अत्याधुनिक नौकायें सौंपीं थीं, क्योंकि सिंह ने वियतनाम को बढ़े हुए सहयोग के माध्यम से भारत के रक्षा औद्योगिक परिवर्तन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया था, जो पीएम मोदी के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ दृष्टिकोण को आगे बढ़ायेगा।