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यहां से निष्कासित हुए 30 रूसी राजनयिक, बदले में Putin ने वार किया तो बौखला उठा

इस पश्चिमी देश ने 30 रूसी राजनयिकों को किया निष्कासित

अमेरिका और नाटो लाख धमकियों और कोशिशों के बाद भी रूस को यूक्रेन पर हमला करने से नहीं रोक सके। एक महीने से ज्यादा हो गया और यूक्रेन इतने दिनों में पूरी तरह बर्बाद हो गया है लेकिन, अकड़ अब भी वैसे की वैसी ही है। यूक्रेन की ये गलतफहमी तो दूर हो गई जो "वो जंग से पहले अमेरिका और नाटो के दम पर घमंड में था कि, अगर रूस ने हमला किया तो उसके खिलाफ सिर्फ यूक्रेन  सैनिक नहीं बल्कि नाटो और अमेरिकी सैनिक भी लड़ेंगे। लेकिन, जब जंग की शुरुआत हुई तो अमेरिका-नाटो मैदाम में उतरने से ही मना कर दिए"। वहीं, इटनी ने रूस को झटका दिया तो उधर से भी जवाब आया कि इसका अंजाम बुरा होगा।

दरअसल, इटली ने सुरक्षा चिंताओं के कारण 30 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इटली ने रूस के राजदूत को यह बताने के लिए तलब किया है कि राजनयिकों को निष्कासित किया जा रहा है। यह जानकारी रूसी सरकारी न्यूज एजेंसी टास ने इटली के विदेश मंत्री लुइगी डि माओ के हवाले से दी है। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद कई पश्चिमी देशों की सरकारों ने इस तरह के कदम उठाए हैं। इससे पहले पोलैंड ने करीब 45 रूसी राजनयिकों को जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया था।

लुइगी डि माओ ने एक बयान में कहा है कि यह उपाय अन्य यूरोपीय और अटलांटिक भागीदारों के साथ समझौते में है और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कारणों के लिए और रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ अनुचित आक्रामकता के कारण मौजूदा संकट के संदर्भ में आवश्यक है। मामले को लेकर रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा है कि रूस उचित प्रतिक्रिया देगा।