अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अटेंशन पाने के लिए नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन कई तरह के पैंतरे अजमा रहे है। ऐसे में वो दुनिया को खतरे में डालने से भी परहेज नहीं कर रह है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया जल्द ही एक और न्यूक्लियर टेस्ट करने जा रहा है। इस देश ने आखिरी टेस्ट पांच साल पहले यानी 2017 में किया था। आपको बता दें कि इस महीने नॉर्थ कोरिया ने तीन बैलेस्टिक मिसाइल टेस्ट किए हैं, जो कामयाब रहे है। इस टेस्ट की पुष्टि पड़ोसी साउथ कोरिया ने भी की, लेकिन अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं।
नॉर्थ कोरिया पहले ही साफ कर चुका है कि वो एटमी प्रोग्राम बंद नहीं करेगा। उसके हथियारों से पूरी दुनिया को खतरा है, लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल जापान और साउथ कोरिया को है। ट्रम्प ने जो स्ट्रैटेजी नॉर्थ कोरिया के खिलाफ अपनाई थी, वो ज्यादा बेहतर थी। उस दौर में बातचीत के रास्ते खुले थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तानाशाह किम जोंग उन को काफी तवज्जो दिया करते थे। दोनों के बीच मुलाकात भी हुई थी। लेकिन, जब से बाइडेन प्रेसिडेंट बने हैं, उन्होंने नॉर्थ कोरिया और किम को लेकर बिल्कुल चुप्पी साध रखी है। यही चुप्पी तानाशाह के तिलमिलाने की वजह है।
बाइडेन की तरफ से कोई भाव न मिलने की वजह से तानाशाह झल्ला गया है। ऐसे में बाइडेन की अटेंशन पाने के लिए वो एटमी टेस्ट जैसा खतरनाक कदम भी उठा सकता है।किम को इस बात की कतई फिक्र नहीं है कि एटमी कार्यक्रम की वजह से मुल्क पर कितने सख्त प्रतिबंध लग सकते हैं। बाइडेन अपनी 'शांति और चुप रहकर देखो' की स्ट्रैटेजी लेकर चल रहे हैं। अब किम बौखलाया गया है। वो दुनिया और खासकर बाइडेन की अटेंशन पाना चाहता है। 2006 से अब तक नॉर्थ कोरिया ने 6 न्यूक्लियर टेस्ट किए हैं। अगर बाइडेन अब भी नॉर्थ कोरिया से बात नहीं करते तो वो जंग जैसा कदम भी उठा सकता है। अमेरिका चुप बैठा है और किम उसे भड़काने की कोशिश कर रहा है।