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Mike Pompeo बोले- भारत पर Nuclear Attack अटैक करने वाला था पाकिस्तान, पूरी रात सो नहीं पाया

Mike Pompeo Book India-Pakistan Relations

Mike Pompeo Book India-Pakistan Relations: दुनिया का सबसे बेशर्म देश आगर कोई होगा तो वो है पाकिस्तान। आतंकवादियों के लिए ये दुनिया भर से सुनता रहता है। लेकिन, इसके बाद भी उसे शर्म नहीं आती। इसके इन आतंकियों को भारत में आतंक मचाने और कश्मीर में नफरत फैलाने के लिए इस्तेमाल करता है। याद है पुलवामा अटैक जिसमें हमारे CRPF के 40 जवान शहीद हो गये थे। इस हमले के बाद भारत से मिल जवाब पाकिस्तान को जिंदगी भर याद रहेगा। भारत ने इन जवानों की शहादत का बदला लेते हुए पाकिस्तान के बालाकोट पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया। शुरुआत में तो पाकिस्तान कहता रहा कि, भारत ने जंगलों बम बरसाया है लेकिन, सैटेलाइट तस्वीरें जारी हुई तो पता चला कि उसके आतंकियों के अड्डे पूरी तरह बरबाद हो गये हैं और भारी मात्रा में आतंकी मारे गये हैं। भारत के इस हमले के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला उठा। वो इतना बौखला गया कि, परमाणु हमले की तैयारी करने लगा (पुलवामा पर हमला करते वक्त पाकिस्तान को अंदाजा नहीं था कि, भारत इस तरह दौड़ाकर मारेगा)। ये हम नहीं बल्कि, अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo Book India-Pakistan Relations) ने अपनी किताब में दावा किया है। माइक पोम्पिओ ने अपनी किताब ‘नेवर गिव एन इंच: फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव’ में कई खुलासे किये हैं। इसमें उन्होंने बताया है कि, उनके पास देर रात जब वो सो रहे थे तब भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का फोन आया और उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान परमाणु हमले (Mike Pompeo Book India-Pakistan Relations) की तैयारी कर रहा है और इसके लिए हम भी तैयारी कर रहे हैं।

फरवरी 2019 में परमाणु हमले के बेहद करीब थे भारत-पाकिस्तान
अमेरिकी पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ कहते हैं कि, 2019 में भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर ‘परमाणु हमले’ की तैयारी कर रहे थे। सुषमा स्वराज ने उन्हें बताया था कि पाकिस्तान फरवरी 2019 में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है और भारत अपनी जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। अपनी किताब में पोम्पियो ने लिखा कि, यह घटना तब हुई जब वह 27-28 फरवरी को अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन के लिए हनोई में थे। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने इस संकट को टालने के लिए भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ पूरी रात काम किया। पोम्पिओ अपनी किताब में लिखते हैं, ‘मुझे नहीं लगता कि दुनिया ठीक से जानती है कि फरवरी 2019 में भारत-पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता किस कदर परमाणु हमले के करीब पहुंच गई थी।’

उस रात को कभी नहीं भूल पाएंगे पोम्पियो
इसके आगे वो लिखते हैं कि, सच तो यह है कि मुझे इसका ठीक-ठीक जवाब भी नहीं पता है, मुझे बस इतना पता है कि यह बहुत करीब थी। भारत के लड़ाकू विमानों ने पुलवामा आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों की शहादत के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को तबाह कर दिया था। पोम्पिओ ने कहा, ‘मैं उस रात को कभी नहीं भूलूंगा जब मैं हनोई, वियतनाम में था।’ उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों पर उत्तर कोरियाई लोगों के साथ बातचीत करना पर्याप्त नहीं था मानो वैसे ही भारत और पाकिस्तान ने उत्तरी सीमा पर कश्मीर क्षेत्र को लेकर दशकों से जारी विवाद के संबंध में एक-दूसरे को धमकाना शुरू कर दिया।

पोम्पिया ने कहा- थोड़ा वक्त दे मुझे सब ठीक कर दूंगा
उन्होंने लिखा कि, हनोई में मैं अपने भारतीय समकक्ष के साथ बात करने के लिए जागा था। उनका मानना था कि पाकिस्तानियों ने हमले के लिए अपने परमाणु हथियार तैयार करना शुरू कर दिया है। उन्होंने मुझे सूचित किया कि भारत अपने जवाबी कार्रवाई पर विचार कर रहा है। मैंने उनसे कुछ नहीं करने और सबकुछ ठीक करने के लिए हमें थोड़ा वक्त देने के लिए कहा।

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