भारत में मुस्लिम जमकर देश का फायदा उठाते हैं। एक छोटे से बयान को ऐसे मुद्दा बनाते हैं कि पूरे देश में तो फैलता ही है साथ ही पूरे इस्लामिक देशों में भी इसकी आग लग जाती है। यहां सिर्फ प्रोफेट मोहम्मद पर बोलने से पूरे इस्लामिक देशों में आग लग गया। लेकिन, इन्हीं इस्लामिक देशों में हिंदू अल्पसंख्यकों के घर जला दिए जाते हैं, जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया जाता है, किडनैप कर मार दिया जाता है, हिंदू औरते के साथ रेप, जबरन विवाह कर धर्म परिवर्तन करना आम बनते जा रहा है। लेकिन, इसपर किसी भी इस्लामिक देश की नजर नहीं पड़ती यहां तक कि ये उसपर बोलने तक पर हिचकिचाते हैं, तब इनको धर्म याद नहीं आता, तब इन इंसानियत नहीं आई, तब इनको हिंदू अल्पसंख्यकों पर खतरा नजर नहीं आता। इस वक्त ताजा मामला बांग्लादेश का है जहां पर हिंदुओं के घरों, दुकानों को जला कर खाक कर दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं मंदिरों में भी तोड़फोड़ हुई है।
बांग्लादेश में एक फेसबुक पोस्ट पर भड़के कट्टरपंथियों ने कई हिंदुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया और मंदिर में तोड़-फोड़ की। घटना नरैल जिले के लहागरा गांव की है। यहां भीड़ ने मंदिर पर हमला कर दिया और हिंदुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक शुक्रवार शाम को भीड़ ने हमला किया जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हवाई फायरिंग करके स्थिति को संभाला गया।
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि, भीड़ ने हिंदुओं की कई दुकानों, घरों और मंदिर को निशाना बनाया है। गुस्साए हुए लोगों को आरोप है कि एक लड़के ने सोशल मीडिया पोस्ट करके मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है। जानकारी के मुताबिक जुमा की नमाज के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हिंसा भड़क गई। पहले मुसलमानों ने प्रदर्शन किया और फिर हमला कर दिया। भीड़ साहापारा मंदिर में घुस गई और यहां के फर्नीचर तोड़ दिए। इसके बाद आसपास की दुकानों में भी तोड़फोड़ की।
गौरतलब हो कि, बांग्लादेश में बहुसंख्यक मुस्लिमों द्वारा अल्पसंख्यकों पर हमले के कई मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से बहुत सारे हमले सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों के चलते होते हैं। इससे पहले बांग्लादेश में हिंदू कॉलेज के एक प्रिंसिपल को जूते की माला पहनने के लिए मजबूर किया गया था। क्योंकि, उन्होंने नूपुर शर्मा से जुड़ा पोस्ट किया था।