पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इरमान खान रूस दौरे पर जब गए तो जमकर उनकी आलोचना हुई थी। क्योंकि, इसी दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला था और उन्होंने यह तक कह दिया था कि, मैं कितने सही समय पर आया हूं। उनके इस दौरे के बाद अमेरिका इतना ज्यादा गुस्से से लाल हो गया कि, उसने धमकी देते हुए कहा कि, जो भी देश रूस की मदद करेगा वो उसे बर्बाद कर देगा। रूस का दौरान इमरान खान को इतना महंगा पड़ा कि उन्हें पीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। अब जिस तरह से पाकिस्तान की नई सरकार इस दौरे को शर्मनाक बता रही है उससे रूस से रिश्ते काफी बिगड़ सकते हैं।
इमरान खान ने कहा था कि, रूस की उनकी यात्रा सही तरीके से नहीं हो पाई थी। क्योंकि, अमेरिका पाकिस्तानी सेना से उनके दौरे को लेकर लगातार जानकारी ले रहा था। अब पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने से पहले इमरान खान की मॉस्को यात्रा की योजना बनाई गई थी और सेना पूरी तरह से इस निर्णय के साथ थी। रूस का यूक्रेन पर हमला अप्रत्याशित था।
उन्होंने कहा कि, इनपुट था कि इमरान खान को इस यात्रा पर जाना चाहिए। ये किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि जब प्रधानमंत्री वहां होंगे तो रूस युद्ध की घोषणा करेगा, जो स्पष्ट रूप से बहुत शर्मनाक था। दरअसल, इमरान खान 25 मार्च को मॉस्को पहुंचे थे और इसी दिन पुतिन ने युक्रेन पर हमले का ऐलान किया था। जिसके बाद इमरान खान की यात्रा को लेकर खुब आलोचना हुई।