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पाकिस्तानी अंबानी ने शहबाज को धोया, बोले-मुल्क की ‘किस्‍मत’ बदल सकता है भारत संग व्‍यापार

पाकिस्‍तानी विशेषज्ञों ने भारत संग व्‍यापार की लगाई गुहार

पाकिस्तान (Pakistan) इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और आईएमएफ से बेलऑउट पैकेज मिलने की तमाम उम्मीदें अब खत्म हो चुकी हैं। ऐसे में पूरी-पूरी उम्मीद यही है कि इस महीने तक पाकिस्तान डिफॉल्ट हो जाएगा। हालांकि, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है, कि पाकिस्तान ‘प्लान-B’ पर काम कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ विशेषज्ञों का कहना है कि शहबाज सरकार देश की बर्बाद होती अर्थव्‍यवस्‍था को बचाने के लिए एक दिशा तय करने में फेल साबित हुई है। दरअसल, पाकिस्तान के विशेषज्ञ अब शहबाज सरकार को दुश्‍मनी को भुलाकर भारत के साथ व्‍यापार फिर से शुरू करने की नसीहत दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि भारत के साथ व्‍यापार शुरू करके पाकिस्‍तान के लोगों की किस्‍मत बदल सकती है और महंगाई से राहत दिला सकती है।

लेकिन, दूसरी तरफ अरबपति कारोबारी मियां मोहम्मद पाशा, जिन्हें पाकिस्तान का अंबानी कहा जाता है, उन्होंने गंभीर आर्थिक संकट के लिए शहबाज सरकार को जमकर धोया है और भारत की शरण में जाने के लिए कहा है। पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को देश का बजट पेश किया है, जिसकी गंभीर आलोचना की जा रही है और बजट पास होने के बाद देश का दिवालिया होना करीब करीब तय हो गया है। इस दौरान मांशा ने कहा कि भारत एक शानदार केस स्‍टडी है जो 3 दशक पहले केवल एकबार आईएमएफ (IMF) के पास कर्ज लेने गया था और अब उसकी मेहनत का फल दिख रहा है। यह पाकिस्‍तान के ही हित में है कि वह भारत और क्षेत्र की अन्‍य अर्थव्‍यवस्‍थाओं के साथ व्‍यापार को तेज करे। यह पाकिस्‍तान के लंबी अवधि के लिए अर्थव्‍यवस्‍था में स्थिरता के लिए पूर्व शर्त है।

पाकिस्‍तान ने भारत से अच्‍छा आइडिया लेना बंद किया

डॉन ने लिखा कि दुर्भाग्‍य है कि पाकिस्‍तान ने अपने पड़ोसी देश भारत से अच्‍छे आइडिया या सस्‍ते सामान का आयात बंद कर दिया है। पाकिस्‍तान में कई लोग मांग रह रहे हैं कि भारत के साथ व्‍यापार को फिर से शुरू किया जाए। उसने कहा कि जब ऐतिहासिक रूप से दो देशों में प्रत‍िस्‍पर्द्धा होती है तो भी वे आपसी व्‍यापार को बंद नहीं करते हैं तो भारत और पाकिस्‍तान को क्‍यों ऐसा करना चाहिए। अखबार ने कहा कि अगर पाकिस्‍तान के भारत के साथ व्‍यापार को बंद करने के फैसले से किसी का घाटा हुआ है तो यह केवल पाकिस्‍तानी लोगों का हुआ है। उन्होंने कहा अब समय आ गया है कि हमारी विदेश नीति के पंडित और निर्णयकर्ता अपने रवैये पर फिर से विचार करें और भूराजनीतिक विवादों से व्‍यापार को अलग रखें। पाकिस्‍तान भारत से खाने से लेकर दवाओं तक का आयात कर सकता है। वह भी दुनिया के किसी भी अन्‍य देश की तुलना में ज्‍यादा सस्‍ते दाम पर।

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भारत पाकिस्‍तानियों को दे सकता है बड़ी राहत

अखबार ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्‍यापार के साथ- साथ पाकिस्‍तान सरकार भारत के साथ मतभेदों पर अपने रुख को बरकरार रख सकती है। इस बीच भारत से सस्‍ते सामानों का आयात होने दिया जाए ताकि जनता को महंगाई की मार से राहत मिल सके। व्‍यापार और भूराजनीति को अलग-अलग करके देखने की जरूरत है। इस मामले का राजनीतिकरण करना स्‍वार्थपूर्ण होगा और इससे लोगों की सेवा नहीं होगी।