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Afghanistan को लेकर भारत कर रहा ‘सुरक्षा वार्ता’, पाकिस्तान नहीं लेगा हिस्सा- India ने कहा…

अफगानिस्तान को लेकर भारत की मीटिंग में पाकिस्तान नहीं लेगा हिस्सा

तालिबान के आने के बाद से अफागनिस्तान की स्थिति बेहद ही खराब हो गई है, यहां की हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भुखमरी और पैसे की कमी के चलते लोग अब अपने बच्चों तक को बेच रहे हैं। अफगानिस्तान में इस वक्त भुखमरी चरम पर है। ऐसे में अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर भारत एनएसए (National Security Advisor) लेवल की एक बैठक आयोजित करने जा रहा है। इस अहम बैठक के लिए तालिबान के दोस्त यानी पाकिस्तान को भी भारत ने आमंत्रित किया था लेकिन उसने मना कर दिया है।

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पाकिस्तान द्वारा लिए गए इस फैसले पर भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, ये दुर्भाद्यपूर्ण है, लेकिन हैरान करने वाला नहीं है। ये कदम अफगानिस्तान को संरक्षित के रूप में देखने की इस्लामाबाद की मानसिकता को दिखाता है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो इस वार्ता के लिए भारत के न्योते पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और रूस, ईरान और लगभग सभी मध्य एशियाई देशों ने पहले ही एनएसए-स्तरीय बैठक में शामिल होने की पुष्टि कर दी है।

सूत्रों की माने तो उन्होंने कहा कि, भारत द्वारा वार्ता की मेजबानी को लेकर पाकिस्तान ने कहा कि इसके जरिए नई दिल्ली अफगानिस्तान में अपनी 'घातक भूमिका' से ध्यान हटाने का एक असफल प्रयास है। पाकिस्तानी एनएसए मोईद यूसुफ ने मंगलवार को वार्ता में भागीदारी से इनकार किया और कहा, 'मैं नहीं जाऊंगा, एक बिगाड़ने वाला शांतिदूत नहीं हो सकता'।

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खबरों की माने तो भारत ने चीन को भी निमंत्रण भेजा और इस पर बीजिंग की ओर से औपचारिक प्रतिक्रिया का इंतजार है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल अफगानिस्तान में समग्र सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने और 15 अगस्त को तालिबान की सत्ता पर काबिज होने के बाद सामूहिक दृष्टिकोण को मजबूत करने के लिए वार्ता की मेजबानी करने की पहल कर रहे हैं।