Hindi News

indianarrative

मोदी-बाइडन की दोस्‍ती से बेचैन हुआ पाकिस्तान! अमेरिकी ऐक्शन का डर, जहरीले बिलावल का झूठा दिलासा

Pakistan Pm Modi Statement On Terrorism

पीएम नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के बीच बढ़ती दोस्‍ती और भारत-अमेरिका (India-America) के आतंकवाद पर लताड़ लगाने से पाकिस्‍तान बुरी तरह बौखला गया है। पाकिस्‍तान (pakistan) के रक्षा मंत्री ख्‍वाजा आसिफ ने पीएम मोदी के खिलाफ गुजरात दंगों को लेकर जहरीला बयान दिया है और अमेरिका पर अपनी भड़ास निकाली है। वहीं अब बिलावल भुट्टो देश की जनता को झूठी दिलासा देने में लगे हुए है। बिलावल भुट्टो ने कहा कि बड़ी शक्तियों को आतंकवाद को भूराजनीति का शिकार नहीं बनाना चाहिए। बिलावल ने पाकिस्‍तानी जनता से कहा कि वह भारत-अमेरिका की दोस्‍ती से घबराए नहीं।

पाकिस्‍तानी संसद में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि मेरा मानना है कि पाकिस्‍तान को विश्‍व की राजनीति से दूर होकर अपने घर पर फोकस करना चाहिए। पहले राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक मुद्दों का हल करना होगा, फिर पाकिस्‍तान विश्‍व में अपने अंतरराष्‍ट्रीय लक्ष्‍यों को हासिल कर सकेगा। भारत और अमेरिका के आतंकवाद पर दिए बयान के बाद पाकिस्‍तान में चल रही घबराहट पर उन्‍होंने दावा किया, ‘मैं नहीं समझता हूं कि पाकिस्‍तान के दुनिया के साथ या भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती दोस्‍ती से अमेरिका के साथ पाकिस्‍तान के द्विपक्षीय रिश्‍तों को लेकर असुरक्षित होने का कोई कारण है।

ये भी पढ़े: PM मोदी के अमेरिका दौरे से टेंशन में जिनपिंग, भारत-अमेरिका की दोस्‍ती से चीन को कैसा डर?

पाकिस्‍तान बोला आतंकवाद के लिए अमेरिका जिम्‍मेदार

बिलावल ने कहा कि अफगानिस्‍तान से अमेरिका के वापस जाने के बाद से ही आतंकवाद का मुद्दा पीछे चला गया है और यूक्रेन का मुद्दा अब प्रमुख हो गया है। बिलावल ने अमेरिका पर अपनी भड़ास निकाली और कहा, ‘कोई भी आतंकवाद पर फोकस नहीं कर रहा है। अपने बयान में यह कहना आसान है कि आतंकवाद के खिलाफ काम करने की जरूरत है। हमारा मानना है कि आतंकवाद को बड़ी शक्तियों को विवादित नहीं बनाना चाहिए। इसे भूराजनीति का शिकार नहीं बनाना चाहिए।’ इस बीच पाकिस्‍तान के रक्षा मंत्री ने तो आतंकवाद के लिए अमेरिका को ही जिम्‍मेदार ठहरा दिया। उन्‍होंने कहा कि दो अफगान युद्ध की पाकिस्‍तान भारी कीमत चुका रहा है। उन्‍होंने कहा, ‘पाकिस्‍तान में आतंकवाद इसलिए आया क्‍योंकि हमने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिका के सहयोगी के रूप में काम किया।’