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यूरोपीय देशों ने तो रूस पर दांव खेला लेकिन, बलि का बकरा Pakistan बन गया, अंधेरे में डूबा मुल्क, कहा- बचा लो हमें नहीं तो…

यूरोपीय देशों ने तो रूस पर दांव खेला लेकिन, बलि का बकरा Pakistan बन गया

रूस और यूक्रेन की बीच जंग को आज 110वां दिन हो गाया है और इतने दिनों में रूस ने यूक्रेन को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। यूक्रेन के कई शहरों पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। यहां तक की कई शहरों में तो रूसी रूबल भी चलने लगी है और वहां पर रूस का झंडा फहरा दिया गया। इधर रूस को कमजोर करने के लिए पश्चिमी देशों ने अपनी पूरी कोशिश की लेकिन, वो अपने ही जाल में फंस गए और साथ ही पाकिस्तान को भी अंधेरे में डूबो दिया। दरअसल, रूस को तोड़ने के लिए पश्चिमी देशों ने कई कड़े प्रतिबंध लगाए लेकिन, इसका असर रूस से कहीं ज्यादा इन पश्चिमी देशों पर ही पड़ा और इसी में पाकिस्तान भी फंस गया।

पश्चिमी देशों ने रूस के ईंधन से किनारा करने का फैसला लिया है और इसपर काम तेज कर दिया है। इसी से पाकिस्तान को करारा झटका लगा है और पूरे मुल्क में अंधेरे से हाहाकार मच गया। नई सरकार के लिए ये बड़ी चुनौती बन गई है। दरअसल, पाकिस्तान ने एलएनजी में बड़े पैमाने पर निवेश किया था। इसके लिए उसने इटली और कतर के साथ लंभी अवधि का गैस सप्लाइ का समझौता किया था। अब इनमें से कुछ सप्लायर डिफाल्ट कर गए हैं और पाकिस्तान को गैस देने की बजाय यूरोपीय देशों को दे रहे हैं जिससे उन्हें तगड़ा मुनाफा हो रहा है।

पाकिस्‍तान सरकार ने पिछले महीने ईद पर खुद को अंधेरे से बचाने के लिए 10 करोड़ डॉलर का भुगतान किया था ताकि बाजार से एलएनजी से भरे एक जहाज को मंगवाया जा सके। वह भी तब जब पाकिस्‍तान कंगाली की हालत से गुजर रहा है। इस साल जुलाई में वित्‍तीय वर्ष की समाप्ति तक देश के एलएनजी का कुल खर्च 5 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है जो एक साल पहले की कीमत से दोगुना है। इसके बाद अब आईएमएफ ने सरकार पर दबाव डाला है कि वह ऊर्जा और बिजली पर दी जा रही सब्सिडी को खत्‍म करे। अब मुल्क ही हालत यह हो गई है को कई इलाकों में 12 घंटे की बिजली कटौती हो रही है।

भीषण गर्मी में लोगों का बिजली कटौती से हालत खराब हो रहा है और इसका फायदा पूरा का पूरा पूर्व पर्धानमंत्री और सत्ता से बेदखल किए गए इमरान खान उठा रहे हैं। खान अब बढ़ती महंगाई और बिजली कटौती को लेकर शहबाज सरकार पर सवाल उठा रहे हैं और जमकर रैलियां कर रहे हैं। इससे शहबाज शरीफ की सरकार की स्थिरता पर भी संकट मंडरा रहा है। उन्‍होंने माना है कि जनता संकटों के दौर से गुजर रही है। इसके साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाजार से महंगी गैस खरीदने का आदेश भी दे दिया है।