पाकिस्तान (Pakistan) अब पूरी तरह से कंगाल होते दिख रहा है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती खाने की है। मुल्क में आटे से लेकर गेहूं की भारी किल्लत हो चुकी है। बाजारों में उपलब्ध खाने-पीने की चीजों के दाम लोगों के होश रही हैं। शहबाज सरकार के पास जनता तक मदद पहुंचाने के लिए पैसे खत्म होते जा रहे हैं। वहीं आखिरी उम्मीद की ताक में बैठे हुए आईएमएफ से भी तगड़ा झटका लगा है। इस बीच पाकिस्तान की एक प्राइवेट कंपनी ने एक कैंपेन शुरू किया है, जिसके तहत लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाया जाएगा। लेकिन सोशल मीडिया पर इस कैंपेन पर सवाल भी उठ रहे हैं।
पाकिस्तान की आटा कंपनी Sunridge Foods ने ‘Taqatwar Pakistan’ नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है। इसके तहत रजिस्ट्रेशन करवाने वाले परिवारों तक मुफ्त राशन पहुंचाया जाएगा। राशन के एक पैकेट में तेल, आटा, चावल और दाल जैसी खाने-पीने की चीजें होंगी। सोशल मीडिया पर शेयर एक वीडियो में एक शख्स इस कैंपेन के बारे में बताते हुए कहता है, ‘पाकिस्तानी भूख से मर रहे हैं और इस पर कोई भी राजनेता बात नहीं कर रहा है। हर पार्टी अपनी-अपनी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
पाक में ‘भिखारिस्तान’ बनने का खतरा!
पाकिस्तान की प्राइवेट कंपनी का यह कैंपेन इस बात का सबूत है कि हुकूमत अवाम तक राहत पहुंचाने में नाकाम साबित हो रही है। ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने कैंपेन के भविष्य पर सवाल उठाए। यूजर ने लिखा, ‘यह शख्स हमारे मुल्क को ‘भिखारिस्तान’ बना रहा है। गरीबों की मदद करना और उनका साथ देना सभी के लिए जरूरी है। लेकिन जिस तरह JDC (JDC फाउंडेशन पाकिस्तान) सड़कों पर राशन बांट रही है, इससे शहरों में भिखारियों की संख्या बढ़ गई है। उन्हें लोगों को ऐसे अमीर लोगों के साथ मिलकर नौकरियां मुहैया करानी चाहिए।’
मुल्क के पास बचे सिर्फ 3 अरब डॉलर
पाकिस्तान को आईएमएफ की तरफ से बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को दोनों के बीच की वार्ता किसी बेलआउट पैकेज के बिना ही खत्म हो गई। इस विफल वार्ता को खत्म करते हुए दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कंगाली से बचने के लिए डील की खातिर कड़े उपायों को लागू किया जाएगा। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अब 3 अरब डॉलर से नीचे जा चुका है। ऐसे हालात में सभी चीजें पाकिस्तान के खिलाफ जाती दिख रही हैं।