Pakistan Crisis: पाकिस्तान में इस समय बेहद पूरी तरह बर्बाद होते नजर आ रहा है। हमेशा दूसरे देशों का बुरा करने वाला आज खुद भारी संकट से जूझ रहा है, जहां उसकी कोई सा देश मदद करने को राजी नहीं हो रहा है। मालूम हो, पाकिस्तान में यह आर्थिक संकट तब चल रहा है जब देश खाद्यान संकट से जूझ रहा है। वहीं मुल्क की बर्बादी के साथ-साथ लगातार हर दिन नए-नए रेकॉर्ड बना रहा है। पाकिस्तानी रुपये में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई और यह शुक्रवार को एक डॉलर के बदले 268.30 तक पहुंच गया जो अपने आप नया रेकॉर्ड है। पाकिस्तानी रुपया जहां अपने सबसे निचले स्तर पर चल रहा है, वहीं शहबाज सरकार ने आईएमएफ के आगे घुटने टेक चुकी है।
शहबाज सरकार श्रीलंका जैसी हालत होने से बचाने के लिए पाकिस्तानी जनता पर टैक्स का महाबम फोड़ने जा रही है। इससे पहले पाकिस्तान के दोस्त मुल्कों सऊदी अरब (Saudi Arabia), चीन और यूएई ने साफ-साफ कह दिया था कि वे अब बिना शर्त के एक भी पैसा नहीं देंगे। इतना ही नहीं अधिकारियों ने आशा जताई है कि रुपये की लगातार गिरावट से अब आईएमएफ का दिल पिघलेगा और पाकिस्तान को लोन मिलने का रास्ता साफ होगा। विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान हर तरफ से लगातार तबाही की कगार पर पहुंच रहा है। देश में जहां खाद्यान की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ रही हैं, वहीं पाकिस्तान में पिछले दिनों एक दिन से ज्यादा समय के लिए बिजली गुल हो गई।
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डॉलर के मुकाबले रुपये के दाम में भारी गिरावट
पाकिस्तानी रुपया गुरुवार को 9.61 गिर गया जो 2 दशक बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। बताया जा रहा है कि आईएमएफ के दबाव के बाद पाकिस्तान सरकार ने रुपये के ऊपर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया जिससे डॉलर के मुकाबले दाम में रेकॉर्ड गिरावट आई। पाकिस्तान में यह ताजा आर्थिक संकट आज से नहीं बल्कि साल 2019 से चल रहा है।
पाकिस्तान के पास अब करीब 3 हफ्ते की विदेशी मुद्रा
आर्थिक विशेषज्ञ नवीद वकील ने बताया की पाकिस्तान अब यह इरादा दिखा रहा है कि वह आईएमएफ की मांगों को मानने जा रहा है। पाकिस्तान सरकार अरबों रुपये के नए टैक्स लगाने जा रहा है। इसके अलावा यह स्थिति तब है जब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 3 हफ्ते का बचा है और बंदरगाहों पर शिपिंग कंटेनर सामानों से भरे हैं। पाकिस्तान के पास इतने डॉलर नहीं है कि वह इन कंटेनर के सामान को आने दे।
आटा 3100 रुपये में 20 किलो बिक रहा
पाकिस्तान में महंगाई इतना ज्यादा बढ़ चुकी है कि 20 करोड़ लोग कराह रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में फूड आइटम और गैर फूड आइटम के महंगाई का स्तर 28.7 प्रतिशत तक पहुंच गया है। एक उदाहरण के लिए प्याज की कीमत पिछले साल के मुकाबले 501 प्रतिशत बढ़ चुकी है। पाकिस्तान में आटा 3100 रुपये में 20 किलो बिक रहा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम का अनुमान है कि 85 लाख से लेकर 60 लाख लोग खाने की भारी कमी से जूझ रहे हैं।