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शहबाज सरकार ने फिर IMF के आगे रगड़ी नाक,अब जनता को दिया ‘बिजली का झटका’

पाकिस्तान में अब बिजली संकट

पाकिस्तान (Pakistan) आज जिस हाल में है उसने वो खुद से ही बनाया है। मुल्क जल्द ही डिफॉल्ट होने की कगार पर पहुंच गया है। पाकिस्तान के पास खाने के लाले पड़े हुए हैं, उसके कई बड़े उद्योग बंद होने के कगार पर हैं। खासकर टेक्स्टाइल इंडस्ट्री कुछ ही दिनों में बंद हो सकती है। इसके साथ ही अन्य कई क्षेत्रों का भी यही हाल है। अब जिन्ना का देश महाकंगाल हो गया है। क्योंकि, पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार गिरते-गिरते अब पाताल तक पहुंच गया है। मुल्क के पास सिर्फ तीन हफ्ते के आयात का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। ऐसे में अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष ने डिफॉल्‍ट होने की कगार पर पहुंचे पाकिस्‍तान की शहबाज शरीफ सरकार को बहुत बड़ा झटका दिया है। दरअसल, आईएमएफ (IMF) और पाकिस्तान के बीच स्टाफ लेवल की बातचीत किसी अंजाम पर नहीं पहुंची।

इसके बाद अब कंगाल पाकिस्तान एक बार फिर आईएमएफ को खुश करने में लग गया है। आईएमएफ को खुश करने के लिए पाकिस्तान कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) ने औसत बिजली शुल्क में प्रति यूनिट 3.39 पाकिस्तानी रुपए के स्पेशल फाइनेंसिंग सरचार्ज लगाने को मंजूरी दी है। किसानों के लिए भी सब्सिडी को हटा दिया गया है। इसमें एक साल के लिए 3.21 पाकिस्तानी रुपए प्रति यूनिट तक के त्रैमासिक टैरिफ समायोजन के अलावा लगभग तीन महीने के लिए 4 पाकिस्तानी रुपए प्रति यूनिट तक के लंबित ईंधन लागत समायोजन की वसूली शामिल है। 10 दिनों तक आईएमएफ के साथ बातचीत के बाद भी पाकिस्तान उसकी शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ, जिसके बाद ऋण की मंजूरी नहीं दी गई। आईएमएफ की टीम बिना डील पर हस्ताक्षर किए ही वापस लौट गई। ये मीटिंग उनकी जरूरी शर्तों की समीक्षा से जुड़ी थी।

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बेस टैरिफ भी बढ़ाया जाएगा

मीटिंग में अगले वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष 2024) के लिए 1 पाकिस्तानी रुपए प्रति यूनिट की दर से एक अन्य सरचार्ज को अग्रिम रूप से मंजूरी दी गयी है, जो कि बिजली क्षेत्र की ऋण सेवा को कवर करने के लिए 43 पैसे प्रति यूनिट के मौजूदा और सतत फाइनेंसिंग सरचार्ज के ऊपर है। कंज्यूमर बेस टैरिफ जून 2022 में 15.28 रुपए प्रति यूनिट से बढ़ाकर जून 2023 तक 23.39 रुपए प्रति यूनिट कर दिया जाएगा।

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार हुआ खाली

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार खाली होता जा रहा है। गुरुवार को पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक ने बताया कि 3 फरवरी तक विदेशी मुद्रा भंडार 170 मिलियन डॉलर घट कर 2.91 अरब डॉलर पहुंच गया है। इससे पाकिस्तान में आर्थिक संकट और गहरा हो गया है।