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पिचाई की पीएम मोदी से मुलाक़ात, Google भारत के डिजिटलीकरण में करेगा 10 अरब डॉलर का निवेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की भारत के डिजिटलीकरण कोष में 10 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा

वाशिंगटन: शुक्रवार को वाशिंगटन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुल़ाकात के बाद Google और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने घोषणा की है कि यह अमेरिकी तकनीकी दिग्गज भारत के डिजिटलीकरण कोष में 10 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करेंगे।

“अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान पीएम मोदी से मिलना सम्मान की बात थी। हमने प्रधानमंत्री के साथ इस बात को रखा कि Google भारत के डिजिटलीकरण कोष में 10 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करने जा रहा है।”

पिचाई ने कहा, “हम आज उत्साहित हैं कि हम गिफ़्ट सिटी गुजरात में अपना वैश्विक फ़िनटेक ऑपरेशन सेंटर खोलने की घोषणा कर रहे हैं।” गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी – (गिफ़्ट) गांधीनगर ज़िले में निर्माणाधीन एक केंद्रीय व्यापार जिल़ा है।

पिचाई ने कहा, “डिजिटल इंडिया को लेकर पीएम मोदी का दृष्टिकोण अपने समय से कहीं आगे का था, मैं अब इसे एक ऐसे ब्लूप्रिंट के रूप में देखता हूं, जिसे अन्य देश करना चाह रहे हैं।”

2004 में गूगल से जुड़ने वाले पिचाई 2015 में कंपनी के सीईओ बने थे। सीईओ पद पर नियुक्ति पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी थी।

सुंदर पिचाई ने पिछले साल दिसंबर में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी और कहा था कि उनके नेतृत्व में तकनीकी परिवर्तन की तीव्र गति को देखना प्रेरणादायक है। गूगल और अल्फाबेट के सीईओ पिचाई ने कहा है कि वह सभी के लिए काम करने वाले खुले इंटरनेट को आगे बढ़ाने के लिए मज़बूत साझेदारी जारी रखने और भारत की G-20 अध्यक्षता का समर्थन करने के लिए तत्पर हैं।

पिछले साल अपनी भारत यात्रा के दौरान पिचाई ने Google for India कार्यक्रम के 8वें संस्करण में भी भाग लिया था, जिसमें रेलवे, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे।

गूगल के सीईओ ने कहा है कि वह हमारे 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर, 10-वर्षीय भारत डिजिटलीकरण फ़ंड (आईडीएफ़) से हो रही प्रगति को देखने और भारत के डिजिटल भविष्य को आगे बढ़ाने में मदद करने वाले नये तरीक़ों को साझा करने के लिए भारत में थे।

“इसमें एक एकल, एकीकृत एआई मॉडल बनाने के हमारे प्रयास शामिल हैं, जो भाषण और टेक्स्ट में 100 से अधिक भारतीय भाषाओं के के साथ काम करने में सक्षम होंगे – दुनिया की 1,000 सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं को ऑनलाइन लाने और लोगों को उनकी पसंदीदा भाषा में जानकारी और ज्ञान तक पहुंच बनाने में मदद करने के हमारे वैश्विक प्रयास का हिस्सा है। पिचाई ने कहा कि हम आईआईटी मद्रास के साथ ज़िम्मेदार एआई के लिए एक नये, बहु-विषयक केंद्र का भी समर्थन कर रहे हैं।

विशेष रूप से प्रोजेक्ट रिलेट एक ऐसा ऐप है, जो नॉन-बाइनरी स्पीच वाले लोगों को समझ सकता है। यह सुन सकता है, दोहरा सकता है और समझा सकता है और यह ऐप 2023 की शुरुआत में हिंदी यूजर्स के लिए उपलब्ध है।

उन्होंने कहा, “उन लोगों के लिए भारत में सर्च पेज द्विभाषी होंगे,जो लोग ऐसा चाहते हैं और यह सुविधा हिंदी में पहले से ही उपलब्ध है। आने वाले दिनों में यह फ़ीचर तमिल, तेलुगु, मराठी और बंगाली भाषाओं में सपोर्ट करेगा। वॉयस सर्च अब हिंग्लिश बोलने वाले लोगों को बेहतर ढंग से समझ सकता है। वॉयस सर्च अब उन लोगों को बेहतर ढंग से समझ सकता है, जो हिंग्लिश बोलते हैं। एक नए तंत्रिका नेटवर्क मॉडल का उपयोग करना है, जो व्यक्ति के उच्चारण, संदर्भ आदि को ध्यान में रखता है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन डीसी में गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई और अमेज़ॅन के सीईओ एंड्रयू जेसी और बोइंग डेविड एल कैलहौन से मुलाक़ात की।

बोइंग के सीईओ डेविड एल कैलहौन ने एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “सबसे महत्वपूर्ण बात भारत के विकास के लिए पीएम का जुनून है। विमानन, एयरोस्पेस में उनकी विशेष रुचि है। यह एक बड़ा दृष्टिकोण है।”

उन्होंने न केवल देश, बल्कि व्यापक रूप से विमानन और एयरोस्पेस में व्यापक क्षेत्र के लिए भारत द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के महत्व पर ज़ोर दिया।

वहीं, अमेजॉन के सीईओ एंड्रयू जेसी ने वाशिंगटन डीसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद भारत में रोज़गार के अतिरिक्त अवसर पैदा करने की प्रतिबद्धता जतायी।

जस्सी ने कहा, “अधिक नौकरियाँ पैदा करने में मदद करने, अधिक छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों को डिजिटल बनाने में मदद करने और अधिक भारतीय कंपनियों और उत्पादों को दुनिया भर में निर्यात करने में मदद करने में बहुत दिलचस्पी है।”