प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 4 मई तक यूरोप के अहम दौरे पर हैं। दौरे के पहले दिन पीएम मोदी जर्मनी पुहंचे। इसके बाद अपने दौरे के दूसरे दिन वो डेनमार्क रहेंगे। जहां पर वो पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी के हर कदम पर भारत के पड़ोसी मुल्क यानी की पाकिस्तान और चीन कड़ी नजर गड़ाए बैठे हुए हैं। पीएम मोदी का सोमवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में भव्य स्वागत हुआ, यहां भारतीय समुदाय के लोगों से उन्होंने मुलाकात की। यहां यंग जेनरेशन बड़ी तादाद में नजर आ रही है, इसलिए यहां युवा जोश भी है। उन्होंने कहा कि, संख्या की लिहाज से भारतीयों की संख्या यहां भले ही कम हो लेकिन उनके जोश में कोई कमी नहीं है।
इस दौरैन उन्होंने अपने 8 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। आर्थिक विकास से लेकर स्टार्टअप, लोकल फॉर वोकल, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) और आर्टिकल 370 हटाने तक का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस की पिछली सरकारों पर तीखा कटाक्ष किया। बोले कि वो कौन सा पंजा था जो 1 रुपये में 85 पैसे घिस लेता था। उन्होंने बताया कि आज केंद्र और राज्यों की 10 हजार सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
सोमवार को भारत और जर्मनी ने स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी हिंद-प्रशांत के महत्व पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप निर्बाध वाणिज्य एवं नौवहन की स्वतंत्रता को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसल ओलाफ स्कोल्ज द्वारा अंतर-सरकारी परामर्श के छठे दौर की सह-अध्यक्षता के बाद दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में ये बातें कही गईं।
इसके आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि, ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे मां भारती की संतानो से आज यहां आकर मिलने का अवसर मिला है। आप सभी से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आपका प्यार और आशीर्वाद ही मेरी ताकत है। आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। और आप भी जानते हैं कि जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को प्राप्त करके भी दिखाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है। वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है। इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी कि जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने, देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्कोप, स्पीड और स्किल भारत की सबसे बड़ी ताकत है। भारत में सबसे फास्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी है। भारत अब छोटा नहीं सोचता। भारत में दुनिया का सबसे सस्ता इंटरनेट है। भारत में कैश लेकर चलने वाली मजबूरी लगभग खत्म हो गया है। डिजिटल पेमेंट में 40 फीसदी भागीदारी भारत की है। केंद्र और राज्य की 10 हजार सेवाएं ऑनलाइन हैं।
इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा अब कोई ये नहीं कहेगा कि 1 रुपया यहां से भेजते हैं तो 15 पैसे वहां पहुंचता है। उन्होंने कहा कि पहले कौन सा पंजा था जो 85 पैसे खींच लेता था। पीएम मोदी ने कहा कि आज नया भारत है। और नया भारत रिस्क लेता है। इनोवेट करता है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले 200-400 स्टार्टअप होते थे और आज 68 हजार से ज्यादा स्टार्टअप हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, मैं देश का पहला प्रधानमंत्री ऐसा हूं जो आजाद हिंदुस्तान में पैदा हुआ हूं। भारत जब अपनी आजादी का 100 वर्ष मनाएगा, उस समय देश जिस ऊंचाई पर