Hindi News

indianarrative

PM Modi US Visit: पथप्रदर्शक, असाधारण और ऐतिहासिक

शनिवार तड़के वाशिंगटन से काहिरा के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फ़ोटो: सौजन्य: PMO)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार तड़के संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी बेहद सफल आधिकारिक यात्रा पूरी की – जिसे कई विश्लेषकों ने “अग्रणी” और “असाधारण” क़रार दिया है।इस यात्रा में शामिल थे- दर्जनों द्विपक्षीय बैठकें, दोनों देशों के बीच साझेदारी को मज़बूत करने के लिए समझौते,अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को ऐतिहासिक संबोधन।

मिस्र के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “यह एक बहुत ही विशेष यूएसए यात्रा का समापन है, जहां मुझे भारत-यूएसए मित्रता को गति देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों और बातचीत में भाग लेने का मौक़ा मिला। हमारे देश आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी धरती को एक बेहतर जगह बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।”

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को न्यूयॉर्क शहर पहुंचे और सीधे कई विचारकों, थिंक टैंक विशेषज्ञों और बिजनेस मैग्नेट एलोन मस्क, टेस्ला के सीईओ और ट्विटर के अध्यक्ष के साथ बातचीत की थी।

बुधवार को प्रधानमंत्री ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के प्रतिष्ठित नॉर्थ लॉन में 9वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया।

गुरुवार को वाशिंगटन डीसी के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज हवाई अड्डे पर क़दम रखते ही पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया।

उन्होंने ट्वीट किया, “व्हाइट हाउस में गर्मजोशी और भव्य स्वागत से बहुत प्रभावित हूं। आने वाले समय में और भी गहरे संबंधों और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हूं।”

कौशल विकास से संबंधित एक कार्यक्रम में अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन के साथ शामिल होने के बाद पीएम मोदी ने माइक्रोन, जनरल इलेक्ट्रिक के सीईओ के साथ सार्थक बैठकें कीं, जिसके बाद उन्होंने भारतीय वायु सेना के लिए लड़ाकू जेट इंजन और इसमें प्रयुक्त होने वाली सामग्री को बनाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की।

इसके बाद व्हाइट हाउस में एक निजी कार्यक्रम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला ने उनका स्वागत किया। व्हाइट हाउस में हज़ारों भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने भी पीएम मोदी का ज़ोरदार स्वागत किया।

औपचारिक स्वागत के बाद दिए गए अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका वैश्विक कल्याण और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं,क्योंकि कोविड के बाद के युग में विश्व व्यवस्था एक नया आकार ले रही है।

विस्तारित प्रारूप में द्विपक्षीय चर्चा करने से पहले दोनों नेताओं ने ओवल ऑफ़िस में एक-पर-एक बैठक की। एजेंडे में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा सहित द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्र शामिल हैं,जिसमें अमेरिका से MQ-9B  रीपर ड्रोन ख़रीदने, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और  दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों के बीच के संबंध की  योजना शामिल है।

भारतीय समयानुसार शुक्रवार तड़के, पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए कैपिटल हिल पहुंचे, जहां उन्होंने भारत द्वारा की गयी भारी प्रगति और दुनिया के लिए इसके द्वारा प्रस्तुत अवसरों को रेखांकित किया। उन्होंने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में हुई तीव्र प्रगति के बारे में भी बात की और द्विपक्षीय संबंधों को ऊपर उठाने के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा, “मुझे लगता है कि आज कांग्रेस में हमने जो देखा, वह कुछ समय में देखी गयी किसी भी चीज़ से अलग है, लेकिन कुल मिलाकर, यह वास्तव में एक विशेष यात्रा, असाधारण यात्रा है, और जिसकी हम आशा करते हैं, हमें विश्वास है कि यह संबंधों को और ऊंचे स्तर पर ले जाये,यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।”

पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा को अमेरिकी मीडिया द्वारा भी व्यापक रूप से कवर किया गया।

गुरुवार को पीएम मोदी और जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में एक विशेष कार्यक्रम में प्रमुख तकनीकी कंपनियों के भारतीय और अमेरिकी सीईओ की एक सभा को भी संबोधित किया। सीईओ ने पीएम के साथ दोनों देशों के बीच अत्याधुनिक तकनीक और अनुसंधान एवं विकास में संस्थागत सहयोग को गहरा करने के विशाल अवसरों और तरीक़ों पर चर्चा की, जिसमें सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत-अमेरिका तकनीकी सहयोग के दोहन की अपार क्षमता को रेखांकित किया गया।

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी विदेश विभाग में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन द्वारा आयोजित दोपहर के भोजन में शामिल हुए। ये चर्चायें लंबे समय से चली आ रही मित्रता और सहयोग को और मज़बूत करने पर केंद्रित रहीं।

वाशिंगटन में भारतीय प्रवासियों के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेने से पहले पीएम मोदी ने बोइंग, गूगल, अमेज़ॅन सहित प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के प्रमुखों के साथ चर्चा का एक और दौर आयोजित किया।

इसके बाद पीएम मोदी मिस्र के लिए रवाना हुए, जो नौ साल से अधिक समय पहले पदभार संभालने के बाद देश की उनकी पहली यात्रा है।

भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने पीएम मोदी की यात्रा को “असाधारण” बताया, जहां दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण प्रगति हुई, जो इतिहास में किसी भी पिछली यात्रा की उपलब्धियों को पार कर गयी।

गार्सेटी ने एएनआई से कहा, ”मुझे लगता है कि अमेरिका और भारत में AI  ही भविष्य है। हमने इतिहास में किसी भी अन्य यात्रा की तुलना में इस यात्रा में अधिक काम किए। यह एक असाधारण यात्रा थी। अब हम अपने पूरे इतिहास की सबसे गहरी और व्यापक मित्रता वाले दौर में हैं।”