श्रीलंका के राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, गोटबाया राजपक्षे इस्तीफे के आधिकारिक ऐलान से पहले देश से बाहर जा चुके हैं। गोटबाया राजपक्षे देर रात मालदीव पहुंचे। गोटबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के पहले परिवार समेत खुद के लिए सुरक्षा मांगी थी। इतना ही नहीं गोटबाया राजपक्षे ने शर्त रखते हुए कहा था कि वे परिवार समेत देश से बाहर जाना चाहते हैं। ऐसे में सुरक्षित भेजे जाने की गारंटी दी जाये। दरअसल, गोटबाया की तरफ से तीन दिन पहले ही ये ऐलान कर दिया गया था कि वे 13जुलाई को पद से इस्तीफा दे देंगे। बता दें, गोटबाया इस्तीफे पर दस्तखत भी एक दिन पहले ही कर दिए थे। वहीं, डेली मिरर के मुताबिक गोटाबाया राजपक्षे ने अपने इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसमें तारीख 13जुलाई लिखी है। अब गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफे को लेकर बुधवार को स्पीकर अभयवर्धने सार्वजनिक तौर पर ऐलान करेंगे।
बताते चले, तीन दिन पहले राष्ट्रपति ने स्पीकर को इस्तीफे की जानकारी दी थी, मगर पिछले दो दिनों में स्पीकर से बातचीत के दौरान इस्तीफे का जिक्र नहीं हुआ है। अब ऐसे में गोटाबाया राजपक्षे को इस्तीफा देना है, लेकिन उससे पहले उन्होंने खुद के और परिवार के लिए देश से बाहर जाने के लिए सुरक्षित पैसेज मांगा है। बीती रात राजपक्षे के भाई और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन स्टाफ और एयरपोर्ट कर्मियों ने देश छोड़ने से रोक लिया था। भारी प्रदर्शन और इमीग्रेशन स्टाफ की अनुपस्थिति में बासिल राजपक्षे को वापस लौटना पड़ा था। बासिल श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री हैं। हाल ही में उन्होंने इस्तीफा दिया था। राजपक्षे परिवार के खिलाफ श्रीलंका में भारी रोष देखने को मिल रहा है। लोगों को आशंका थी कि राजपक्षे परिवार जल्दी ही देश छोड़कर भागने की कोशिश करेगा।
ऐसे में खुद पर और परिवार पर खतरे को देखते हुए प्रेसिडेंट गोटबाया राज्यपक्षे ने इस्तीफे से पहले शर्त रखी है।अगर बुधवार को राष्ट्रपति इस्तीफा नहीं देते हैं तो कोलंबो में हालात और खराब होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो राजपक्षे तब तक इस्तीफा नहीं देंगे, जब उन्हें परिवार समेत देश से बाहर सुरक्षित नहीं छोड़ दिया जाता। फिलहाल, विपक्ष से बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई भी दल इस सुझाव को मानने को तैयार नहीं है। स्पीकर हाउस के सूत्रों की मुताबिक, तीन दिन पहले राष्ट्रपति ने स्पीकर से बात की थी और बुधवार को इस्तीफे देने के बारे में सूचना दी थी। लेकिन पिछले 40घंटे के दरम्यान उन्होंने स्पीकर के साथ बुधवार को संभावित इस्तीफे के बारे में कोई बातचीत नहीं की।
देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के कारण लोगों में राजपक्षे के खिलाफ गुस्सा है। कुछ दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया था। इसके बाद से गोटाबाया के नेवल शिप पर छिपे होने की खबरें आ रही थीं। इमिग्रेशन अफसरों ने यह जानकारी दी है कि राजपक्षे, उनकी पत्नी और बॉडीगार्ड के साथ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ने वाले सैन्य विमान एंटोनोव 32में बैठे थे। अफसरों के मुताबिक, राजपक्षे का विमान पड़ोसी देश मालदीव में उतरा है। इससे पहले भी राजपक्षे परिवार ने देश छोड़ने की कोशिश की लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
इस बीच, श्रीलंका के राजनीतिक दलों ने एक सर्वदलीय सरकार बनाने तथा दिवालिया हो चुके देश को अराजकता में आगे बढ़ने से रोकने के लिए 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। एसजेबी ने कहा कि वह सजित प्रेमदास को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त करने के लिए प्रचार करेगी। प्रेमदास ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री स्तर पर देश का नेतृत्व करने तथा अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए तैयार है। श्रीलंका के संविधान के तहत, यदि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों इस्तीफा देते हैं, तो संसद का अध्यक्ष अधिकतम 30 दिन के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकता है। संसद अपने सदस्यों में से 30 दिन के भीतर एक नए राष्ट्रपति का चुनाव करेगी, जो वर्तमान कार्यकाल के शेष दो वर्षों के लिए पद धारण करेगा।