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भारत-रूस की दोस्ती में आग लगा रहा US? Putin आ रहे दिल्ली, अब जो होगा रोकना नामुमकिन

Russia India Relation

रूस और यूक्रेन जंग को करीब एक साल से ज्यादा का समय हो गया है ऐसे में युद्ध की शुरुआत से राष्ट्रपति पुतिन (Putin) देश से बेहद कम मौकों पर बाहर निकलते हैं। अब ये खबर आ रही है कि वह भारत आ सकते हैं। दरअसल दुनिया के 20 देशों वाला G-20 का शिखर सम्मेलन इस साल भारत में होने वाला है। इसको लेकर रूस के राजनयिक ने कहा है कि भारत में G20 का होना रूस के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। उनके इस बयान के बाद से माना जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आ जाएं।

गौरतलब है, पिछले साल इंडोनेशिया में G-20 शिखर सम्मेलन हुआ था। तब इसमें पुतिन ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था। इस साल 9-10 सितंबर को भारत में यह सम्मेलन होगा। भारत का विदेश मंत्रालय भी कह चुका है कि अगर पुतिन आते हैं तो वह स्वागत के लिए तैयार हैं। रूस के कार्यवाहक राजदूत रोमन बाबुश्किन ने कहा, ‘जहां तक जी-20 शिखर सम्मेलन का सवाल है, हम इसे इस साल की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक मानते हैं। सभी तैयारियां चल रही हैं।

भारत-रूस के बीच फिर करीबी

भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती करीबी को देखते हुए रूस फिर से अपने रिश्तों को मजबूत करने में जुटा हुआ है। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर गए थे। इस यात्रा से वापस आने के कुछ दिनों बाद उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने पुतिन से रूस में फेल हुए विद्रोह पर भी बात की थी। अमेरिका रूस संबंधों पर बाबुश्किन ने कहा कि हर देश अपने हितों के आधार पर विदेश नीति बनाता है।

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संबंधों को कमजोर कर रहा अमेरिका

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक बाबुश्किन ने कहा कि भारत इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन का अध्यक्ष है और उसकी अध्यक्षता को सफल बनाने के लिए रूस प्रतिबद्ध है। हालांकि उन्होंने इस बात पर उम्मीद नहीं जताई कि रूस और चीन ड्राफ्ट स्टेटमेंट पर सहमत होंगे। अगर दोनों देश इस पर सहमत नहीं हुए तो संयुक्त विज्ञप्ति जारी करने में फेलियर हो सकता है, जो जी-20 के इतिहास में पहली बार होगा।