रूस और यूक्रेन के बीच 14वें दिन भी जंग जारी है।दोनों देशों के बीच अब तक तीन दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन यह बेनतीजा रही है। रूस ने आज पांच शहरों में सीजफायर का ऐलान किया है। जिससे युद्ध में फंसे नागरिकों को निकाला जा सके। सुमी, खार्किव, मारियोपोल, चेर्नीहीव, जापोरिजा शहरों में युद्ध विराम रहेगा। रूसी सेना के इस स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों में रिफ्यूजी संकट बढ़ा दिया है। रूस के हर एक कदम पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बारीकी से नजर रख रहे है। इस कड़ी में बाइडेन ने और ब्रिटेन के साथ मिलकर रशिया के तेल और गैस आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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बाइडेन के इस कदम के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि ऐसा होने से वो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की सप्लाई रोक देंगे और यूरोप को उसकी जरूरत की गैस सप्लाई भी बंद कर दी जाएगी। यही नहीं, पुतिन ने यूरोपीय संघ और नाटो देशों को भी चेतावनी दी है कि वो पश्चिमी देश यूक्रेन को घातक हथियार भेजना बंद कर दें… अगर वो हथियारों की सप्लाई नहीं रोकेंगे तो इसके लिए उन्हें घातक परिणाम झेलने पड़ेंगे। वही ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि रूस, नागरिकों को निकालने के लिए इरपिन में बनाए गए इवैक्यूएशन कॉरिडोर को निशाना बना रहा है। यहां भीषण युद्ध के चलते पानी, बिजली पिछले कई दिनों से नहीं हैं।
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यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने रूस के हमलों से हुए नुकसान और लोगों के हताहत होने के संबंध में नया अनुमान जारी किया है। अब तक कुल मिलाकर कम से कम 400 असैन्य नागरिकों की मौत हो गयी और 800 घायल हो गये। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ने बड़ा दावा किया है. कुलेबा ने ट्वीट किया- 'रूस ने मारियुपोल में 300000 नागरिकों को बंधक बनाया है. रूस आईसीआरसी मध्यस्थता के साथ समझौतों के बावजूद भी मानवीय निकासी को रोकता है। रूस की करतूत की वजह से कल एक बच्चे की मौत हो गई थी!'