नेपाल में बीते कई दिनों से जारी भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है और भूस्खलन की घटनाएं भी देखने को मिल रही हैं। भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है जिससे अबतक 88 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अभी भी दर्जनों लोग लापता है। नेपाल के जिले पांचथर में सबसे ज्यादा 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि इलाम और दोती जिलों में 13-13 लोगों की मौत हो गई।
इनके अलावा कालीकोट, बैताड़ी, दडेलधुरा, बजंग, हुमला, सोलुखुम्बु, प्यूथन, धनकुटा, मोरंग, सुनसारी और उदयपुर समेत 15 जिलों में भी लोगों की मौत की खबरें हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को 63 लोगों की मौत हुई, जबकि मंगलवार को मरने वालों की संख्या 14 थी। नेपाल में आई इस आपदा से 20 जिले प्रभावित हैं। बझाड़ जिले में 21 लोग लापता हैं।
पुलिस प्रवक्ता बसंत कुंवर ने बताया, खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के कारण बचावकर्मी गांव नहीं पहुंच सके। बचाव के प्रयास आज भी जारी हैं। टेलीविजन चैनलों पर दिखाया जा रहा है कि चावल की धान की फसल पानी में बह गई है और नदियां पुलों, सड़कों, घरों और शहर में हवाई अड्डे तक पर पानी भरा हुआ है। नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से देश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक आपदा की घटनाओं में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है और उन्हें बचाया जा रहा है। काठमांडो से 700 किलोमीटर दूर पश्चिम में नखला और हुमला जिलों में 12 लोग फंसे हैं जिनमें चार स्लोविनिया के नागरिक और तीन गाइड शामिल हैं। ये लोग लिमि क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण सड़क बाधित होने से फंस गए हैं। हुमला के मुख्य जिलाधिकारी गणेश आचार्य ने कहा कि ये लोग लिमि में पर्वतारोहण करने के बाद सिमिकोट वापस आ रहे थे। लेकिन इस दौरान क्षेत्र में हिमपात के कारण बचाव कार्य नहीं हुआ।