रूस ने इस वक्त पूरी पश्चिमी देशों के टेंशन बढ़ा रखी है। यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका संग नाटो देशों के खिलबली लगातार बनी हुई है और ये देश लगातार अपने पावर का इस्तमाल करते हुए रूस पर कड़ से कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं और साथ ही यूक्रेन को हथियार से लेकर आर्थिक सहायता तक का प्रबंध कर रहे हैं। इस बीच रूस ने एक बार फिर से नाटो और अमेरिका की टेंशन बढ़ा दी है। क्योंकि, रूस अब खार्किव में आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है और इसके लिए सैनिकों की भी वृद्धि की जा रही है।
खार्किव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यहां पर रूस लगातार हमले तेज करते जा रहा है। पूर्वी यूक्रेन के इस शहर में रूस ने हवाई सैनिकों को उतार दिया है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने यूक्रेनी सेना के हवाले से बताया है कि तत्काल झड़पें हुई हैं। यूक्रेनी सेना ने कहा है कि रूसी सेना ने एक हॉस्पिटल पर हमला किया है और दोनों सेनाओं के बीच भीषण जंग जारी है। रूसी भाषी शहर खार्किव की आबादी 15 लाख है और रूसी सेना के लिए खार्किव पर नियंत्रण एक लक्ष्य रहा है। रूस बॉर्डर के करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस शहर में अब रूसी सैनिकों, टैंकों और युद्धक विमानों की वृद्धि बढ़ा दी गई है। रूसी सैनिक यहां यूक्रेन के सेना के ठिकाने, और बाकी जगहों को निशाना बना रहे हैं।
वहीं, रूसी एक्सपर्ट्स माइकल कोफमैन ने बताया है कि रूस को उम्मीद थी कि उसे मजबूत प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा लेकिन रूस को पूर्वी यूक्रेन में भी मजबूत प्ररिरोध का सामना करना पड़ रहा है। कोफमैन ने कहा कि खार्किव में रूसी बमबारी में तेजी संभव है। इधर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि उसे बेलारूस से भी हमले की आशंका है। मंत्रालय ने कहा है कि बेलारूस के सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वे यूक्रेन बॉर्डर से सटे इलाकों में केंद्रित हैं। इससे पहले कई एक्सपर्ट्स ने भी इस बात की आशंका जताई है कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच बेलारूस रूस का समर्थन कर सकता है।