यूक्रेन और रूस की जंग शांत होने का नाम नहीं ले रही है, बल्कि ये दिन पर दिन और घातक होती जा रही है। यही नहीं रूस (Russia) एक और घातक और विनाशकारी कदम की तरफ बढ़ रहा है। रूसी मीडिया का कहना है कि पुतिन अब रूस में ही हाईटेक ड्रोन बनवाने की तरफ बढ़ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि रूस ड्रोन बनाता ही नहीं, लेकिन अब ड्रोन को हाईटेक और विकसित करने पर फोकस है। साथ ही वह चीनी और ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। जबकि इससे पहले फरवरी में भी राष्ट्र के नाम संबोधन में व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने घोषणा की थी कि रूस में ही ड्रोन बनाने और उनको विकसित करने का काम किया जाएगा। इसके लिए रूस ने अनुमानित खर्च 6 बिलियन डॉलर आंका है।
दरअसल, यूक्रेन युद्ध में रूस चीन और ईरानी ड्रोन का उपयोग कर रहा है। मगर, अब खर्च बचाने के लिए रूस अपने देश में ही ड्रोन बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है। हालांकि ऐसा नहीं है कि रूस ड्रोन बनाता ही नहीं। रूस ड्रोन बनाता जरूर है लेकिन, उसके बनाए ड्रोन अन्य देशों जितने घातक और अत्याधुनिक नहीं। इसलिए अब रूस ने बड़े पैमाने पर हाईटेक और बेहद विनाशकारी ड्रोन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
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रूस में बनेंगे ईरानी ड्रोन
इससे पहले फरवरी में रूस ने अमेरिका के दूसरे दुश्मन ईरान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत ईरानी ड्रोन रूस की धरती में बनाए जाएंगे। इस कदम से रूस न सिर्फ अत्याधुनिक ड्रोन अपने देश में विकसित करेगा बल्कि, पश्चिमी देशों द्वारा तमाम पाबंदियों के चलते ठप पड़ चुके रूस के कारोबार को ऊपर उठने में भी मदद मिलेगी, स्थानीय कामगारों को रोजगार भी मिलेगा। फरवरी में देश के नाम संबोधन में पुतिन ने ड्रोन परियोजना के विकास के लिए अनुमानित 500 बिलियन रूबल ($ 6.1 बिलियन) की आवश्यकता जताई थी।