Russia Ordered on Kherson: यूक्रेन को बचाने और रूस (Russia and Ukraine) से लड़ने में पश्चिमी देशों की कमर टूटते नजर आ रही है। इधर बीच रूस के हमले से यूक्रेन को तबाह होने से पश्चिमी देश के हथियार भी नहीं बचा पा रहे हैं। रूस इस वक्त यूक्रेन में हवाई हमलों से जमकर तबाही मचा रहा है। रोज रूस के कई ड्रोन और मिसाइलें यूक्रेनी बिजली संयंत्रों, पानी से स्टेशनों को निशाना बना रहे हैं। इस काऱण अभी तक यूक्रेन के 40 फीसदी पावर स्टेशन तबाह हो चुके हैं। यूक्रेनी वायु सेना रूस के आगे हरती हुआ नजर आ रही है। उनका कहना है कि, रूस कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्टर को टॉरगेट कर मिसाइल हमला कर रहा है। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है। रूस की ओर से खेरसॉन (Russia Ordered on Kherson) को तुरंत खाली करने के लिए बोला गया है। अभी तक इन लोगों को निकालने का काम काफी धीमी गति से चल रहा था। रूस शुरुआत से ही आम नागरिकों को बचाना चाहता है। लेकिन, जेलेंस्की आम नागरिकों को ही अपना हथियार और ढाल बना कर चल रहे हैं। रूस के खेरसॉन (Russia Ordered on Kherson) को तुरंत खाली करन के बाद दुनिया में हलचल तेज हो गई है कि, क्या अब परमाणु हमला (Nuclear Attack) होने वाला है।
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परमाणु बम दाग सकते हैं पुतिन
रूसी अधिकारियों को डर है कि यूक्रेनी सेना कब्जे की जवाबी कार्रवाई के दौरान आम लोगों को निशाना बना सकती है। एक टेलीग्राम पोस्ट में रूस समर्थक खेरसान प्रशासन ने तनावपूर्ण स्थिति, गोलाबारी और आतंकवादी हमलों के खतरे का हवाला देते हुए लोगों को रूसी क्षेत्र में नीपर नदी के पार जाने का आदेश जारी किया है। वहीं, पश्चिमी देशों को आशंका है कि आम लोगों को निकालने के बाद यूक्रेनी सेना को सबक सिखाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बम कम क्षमता वाला होगा, जो सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों को निशाना बनाएगा, जहां यूक्रेनी सेना की मजबूत स्थिति होगी। रूसी परमाणु बॉम्बर टीयू-160 और टीयू-95 पहले से ही यूक्रेनी सीमा पर बड़ी संख्या में मौजूद हैं। ये बॉम्बर एक बार की उड़ान में दुनिया में किसी भी जगह पर स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर मिसाइलों को दाग सकते हैं।
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खेरसॉन से बाहर निकाल लोगों को रहने, खाने-पीने के साथ नौकरी भी देगा रूस
खेरसॉन पर रूस का आक्रमण के शुरुआती दिनों से ही कब्जा है। यह शहर खेरसान क्षेत्र की राजधानी भी है। पुतिन ने पिछले महीने इस क्षेत्र में जनमत संग्रह कराने का दावा कर इसे रूस का हिस्सा घोषित कर दिया था। खेरसान के क्रेमलिन समर्थित अधिकारियों ने पहले रूस के नियुक्त अधिकारियों और 60000 आम नागरिकों को क्षेत्र से बाहर निकालने की योजना की घोषणा की थी। स्थानीय अधिकारी वलोडिमिर साल्डो ने कहा कि यह एक संगठित और क्रमिक विस्थापन होगा। रूस इन लोगों को निकालकर अधिक सुरक्षा वाले दूसरे क्षेत्रों में ठहराने की व्यवस्था कर रहा है। इन लोगों को नौकरी, खाने-पीने के सामान, अस्पताल, आर्थिक सहायता सब रूसी सरकार उपलब्ध करवाएगी।